बिहार के सारण जिले में डोरीगंज की सीमा से सटे नास के पास गंगा में दोनों नावें पलट गई। एक नाव में 15 लोगों के सवार होने की बात बताई जा रही है। हादसे में 1 दर्जन से ज्यादा लोग लापता हैं। घटना स्थल को लेकर मनेर और डोरीगंज थानों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है।  प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। स्थानीय लोगों द्वारा बचाव कार्य किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि एक नाव वैशाली से लालगंज से नाव आई थी और बालू लेकर वापस लौट रही थी। यह नाव लालगंज के खंधा चक की थी। तेज हवा और नाव पर ओवरलोड की वजह से नाव पलट गई। इनमें छह लोगों को निकाला जा सका है जबकि अन्य लोग लापता हैं। स्थानीय मुखिया ने घटना की सूचना दी है। लेकिन प्रशासन को कोई बयान अभी तक सामने नहीं आया है। नाव के मालिक या संचालक सामने नहीं आ रहा है।

हादसे का शिकार हुई दूसरी नाव मनेर के हल्दी छपरा की बताई जा रही है जो कोईलवर से बालू लेकर छपरा की ओर जा रही थी। बताया जा रहा है कि इसमें भी कम से कम 15 लोग सवार थे। इनमें किसी का भी पता नहीं चला है। नाव पर मजदूर सवार थे जो बाहर के थे। वे तैर कर बाहर निकल गए या डूब गए, इसका भी पता नहीं चला है। स्थानीय लोगराहत बचाव में लगे हैं। घटना सुबह 5 बजे की बताई जा रही है। बिहार में नाव से बालू का अवैध कारोबार लंबे समय समय से चल रहा है।