हरियाणा: हरियाणा के करनाल जिले की इंद्री विधानसभा में बीजेपी द्वारा टिकट वितरण से असंतुष्ट पूर्व राज्यमंत्री और विधायक कर्णदेव कंबोज ने कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कर्णदेव कंबोज ओबीसी वर्ग के एक प्रमुख नेता हैं और उनके इस कदम से बीजेपी के लिए जाट-नॉन जाट की राजनीति में चुनौतियाँ बढ़ सकती हैं, क्योंकि वे कंबोज समाज में एक मजबूत आधार रखते हैं। 

टिकट कटने के कारण नाराज कर्णदेव कंबोज को मनाने के लिए पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री नायब सैनी उनके निवास पर पहुंचे थे। जब सीएम सैनी ने कंबोज से हाथ मिलाने का प्रयास किया, तो कर्णदेव ने उनका हाथ झटकते हुए आगे बढ़ने का निर्णय लिया। यह घटना इस बात का संकेत है कि कर्णदेव कंबोज बीजेपी से कितने असंतुष्ट हैं और उनकी नाराजगी पार्टी के लिए गंभीर संकेत हो सकती है।

कर्णदेव कंबोज लंबे समय से इंद्री विधानसभा सीट के लिए टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उनकी अपेक्षाओं को नजरअंदाज कर दिया। इस स्थिति ने उन्हें कांग्रेस में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, जो कि बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है। कंबोज का कांग्रेस में जाना न केवल उनकी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि हरियाणा में ओबीसी वर्ग के वोट बैंक पर भी प्रभाव डाल सकता है।