हरियाणा में पिछले 5 दिनों में ही पराली जलाने के मामलों में चार गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अब तक प्रदेश में कुल पराली जलाने के मामले बढ़कर 464 हो गए हैं। हरियाणा सरकार की ओर से पराली जलाने के मामलों में चार किसानों पर FIR दर्ज कराई जा चुकी है, जबकि 194 के किसानों के चालान कर 4.70 लाख रुपये जुर्माना भी ठोका गया है। 

पराली जलाने वालों पर निगरानी के लिए हरियाणा अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (हरसेक) सैटेलाइट के माध्यम से किसानों पर नजर रख रहा है। पराली जलाने के फोटो के साथ किसानों की पहचान की जा रही है। सबसे अधिक कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, यमुनानगर, फतेहाबाद में पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। जुर्माने की बात करें तो अंबाला जिले में किसानों पर 5 हजार, हिसार में 5 हजार, जींद 75 हजार, कैथल 57500, करनाल 1.25 लाख, कुरुक्षेत्र 1.92 लाख, यमुनानगर 22500, सोनीपत 2500 और पानीपत में 2500 रुपये जुर्माना किया गया है।
 
कृषि विभाग के महानिदेशक हरदीप सिंह का कहना है कि किसानों पर कई प्रणाली से निगरानी रखी जा रही है। हालांकि, पहले के मुकाबले इस साल कम पराली जलाई गई है फिर भी कृषि विभाग लगातार किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए जागरूक कर रहा है। सभी डीसी को इसके लिए सतर्क रहने का निर्देश है, जो भी किसान पराली जला रहे हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।