बिहार के भोजपुर जिले के संदेश विधानसभा क्षेत्र से राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव ने शनिवार को आरा सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं अदालत ने उनको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत के लिए भेज दिया है। अरुण यादव पर 2019 में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का आरोप है।पॉक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन अगेंस्ट सेक्सुअल ऑफेंस) मामलों की विशेष लोक अभियोजक सरोज कुमारी ने कहा कि अदालत ने यादव को जेल हिरासत में भेज दिया और अगली सुनवाई 29 जुलाई के लिए तय की। अरुण यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे फंसाया गया है, लेकिन मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है। इसलिए मैंने खुद को कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
पीड़िता ने भाई के साथ आकर 19 जुलाई 2019 को आरा में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। छह सितंबर को कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने लड़की का बयान दर्ज कराया गया था। पुलिस ने पीड़िता का कोर्ट में 164 का बयान कराया। अपने पहले बयान में लड़की ने मनरेगा के इंजीनियर अमरेश कुमार तथा संजय कुमार उर्फ जीजा को आरोपित किया था। दूसरे बयान में राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव आरोपित किए गए थे। पुलिस ने इस बाबत 161 का बयान भी दर्ज किया था। इस घटना में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 
सबूतों के अभाव में कोर्ट ने अनिता देवी, संजीत कुमार, अमरेश कुमार और संजय कुमार को बरी कर दिया था। जबकि बार-बार छापेमारी और कुर्की के बावजूद पूर्व विधायक को पुलिस आजतक गिरफ्तार नहीं कर सकी थी लेकिन शनिवार को अरुण यादव ने भी एडीजे छह व पॉस्को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में अरुण यादव को रखा जाएगा।