राष्ट्रीय परियोजना की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे कांग्रेसी
जयपुर । पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना की श्रेणी दिलाने की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस सड़कों पर उतरी जयपुर सहित परियोजना के दायरे में आने वाले 13 जिलों में कांग्रेस ने जिला मुख्यालय पर विरोध-प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं जल संसाधन मंत्री गजेंद्र शेखावत के पुतले जलाएं। सभी जिला मुख्यालयों पर हुए प्रदर्शनों में कांग्रेस के मंत्रियों विधायकों और कांग्रेस नेताओं ने हिस्सा लिया।
जयपुर में जिला कलेक्ट्रेट पर हुए प्रदर्शन में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी, प्रताप सिंह खाचरियावास,राजेन्द्र यादव सहित विधायक इंद्राज गुर्जर, रफीक खान कांग्रेस नेता खानु खां बुधवाली, मेयर मुनेश गुर्जर, ललित तूनवाल, जसवंत गुर्जर, स्वर्णिम चतुर्वेदी और मनोज मुदगल सहित अनेक कांग्रेस नेता शामिल हुए। धरने को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने कहा कि यह परियोजना 13 जिलों के लोगों को पानी की समस्या से जुड़ी हुई है। सरकार ने 2 से 3 राष्ट्रीय परियोजना दे रखी है। वही सबसे कम पानी के प्रतिशत वाले राजस्थान राज्य को राष्ट्रीय परियोजना से वंचित रखा गया है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत राजस्थान के है। इसके बावजूद यहां के लोगों की समस्याओं को राजनीतिक द्वेषता के चलते इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करने दे रहे। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा के लोग इस परियोजना पर लगातार राजनीति कर रहे है। उन्होंने जनता को पहले ही महंगाई और बेरोजगारी के बोझ से खून के आंसू रुला दिए। अब पूर्वी राजस्थान के लोगों के पानी के हाथ पर भी डाका डालने में लगे हुए हैं। इनको राजस्थान की जनता से कोई सरोकार नहीं है। यह लोग करौली में पहले तो दंगा भड़का देते है और बाद में न्याय यात्रा निकालने के नाम पर राजनीति करते हैं। इनको जयपुर में यात्रा निकालने से किसने रोका है। करौली में दंगा भाजपा के नेताओं ने भड़काया और परेशान वहां के हिंदू मुस्लिम वर्ग के लोग हुए। वह लोग अब एकजुट हो चुके हैं और इनकी राजनीति को समझ चुके है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत को अगर जनता की थोड़ी सी चिंता है, तो पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को अति शीघ्र राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर पूरा किया जाए, ताकि लोगों को पीने के पानी की राहत मिल सके।