करौली। करौली में हिंसा के मामले में नगरपालिका के पूर्व सभापति राजाराम गुर्जर को भी नामजद किया गया है। गुर्जर जयपुर नगर निगम ग्रेटर की मेयर सौम्या गुर्जर के पति हैं। दंगा भड़काने की साजिश में निर्दलीय पार्षद मतलूब अहमद के खिलाफ भी मामला दर्ज है। मतलूब अहमद और राजराम गुर्जर दोनों ही अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से दर्ज कराये गये मामलों में कुल 36 लोगों को नामजद किया गया है। इनमें 19 मुस्लिम और 17 हिंदू शामिल हैं। करौली हिंसा केस में अब तक 20 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। करौली में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। बीते 2 अप्रेल को भड़की हिंसा के तत्काल बाद ही करौली में कर्फ्यू लगा दिया गया था और नेटबंदी कर दी गई थी। यह दोनों अभी जारी है। पुलिस अलर्ट मोड पर है। वह पल-पल की हरकतों पर नजर रखे हुये है। शहर में भारी पुलिस फोर्स तैनात है। आला अधिकारियों ने वहां डेरा डाल रखा है। इस बीच बीजेपी और कांग्रेस की जांच कमेटी भी करौली पहुंची है और वहां के हालात का जायजा लिया।
  उल्लेखनीय करौली नगर परिषद पूर्व सभापति राजाराम गुर्जर का विवादों से पुराना नाता रहा है। राजाराम के खिलाफ नवंबर 2019 में नगर परिषद सैनेटरी इंस्पेक्टर के साथ मारपीट और अभद्रता की प्राथमिकी करौली कोतवाली में दर्ज हुई थी। दोनों के बीच सफाई कर्मियों के बिल भुगतान पर साइन करने को लेकर झगड़ा हुआ था। उसके बाद राजाराम को सभापति का पद गवाना पड़ा था। हालांकि जुलाई 2020 में राजाराम फिर बहाल हो गये थे। करौली में बीते 2 अप्रेल को नवसंवत्सर पर हिन्दू संगठनों की ओर से निकाली जा रही बाइक रैली पर हटवाड़ा बाजार में पथराव किये जाने से वहां हिंसा फैल गई थी। उपद्रव में कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया था। शहर के हालात बेहद तेजी के साथ बिगड़ जाने पर प्रशासन ने वहां कर्फ्यू लगाकर इंटरनेट सेवायें बंद करवा दी थी। उसके बाद इस मामले में राजनीति गरमा गई। विपक्षी पार्टी बीजेपी कांग्रेस की गहलोत सरकार पर हमलावर हो गई थी।