दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत कड़ाके की ठंड से कांप रहा है। दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर के साथ-साथ रविवार सुबह कोहरा छाया रहा। बढ़ती ठंड को देखते हुए लोग घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। घने कोहरे के चलते सड़क और रेल यातायात भी प्रभावित है। राष्ट्रीय राजधानी में भीषण कोहरे और ठंड के कारण हवाई यात्री भी परेशान हैं। कोहरे के चलते दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ने वाली कई फ्लाइट्स लेट हो गई। खराब मौसम के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर करीब 20 फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं। एक अधिकारी ने कहा कि सुबह छह बजे तक किसी विमान के मार्ग में परिवर्तन की सूचना नहीं थी। यात्रियों का कहना है कि कड़ाके की ठंड के बीच एयरपोर्ट पर दृश्यता बहुत कम है। वहीं, कोहरे के कारण उत्तर रेलवे क्षेत्र में 42 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।

वहीं, शनिवार को सर्दी ने इस सीजन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस रहा। रिज इलाका एक बार फिर ठिठुरा, यहां तापमान सामान्य से 5.6 डिग्री कम 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। लोदी रोड में 2.0, आयानगर में 3.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। इससे पहले वर्ष 2021 में एक जनवरी को तापमान 1.1 डिग्री दर्ज हुआ था। जबकि बीते साल 2022 में सीजन के सबसे ठंडे दिन का रिकॉर्ड एक जनवरी को था जब तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं 2020 में एक जनवरी को तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस था।

दिल्ली-एनसीआर में हिल स्टेशन से भी ज्यादा ठंड पड़ रही है। शनिवार को इन इलाकों में तापमान चार डिग्री से ऊपर रहा। जबकि एनसीआर के इलाकों में न्यूनतम तापमान दो से चार डिग्री के बीच दर्ज हुआ। शिमला में न्यूनतम तापमान 7.8, नैनीताल में 5.8, मनाली में पारा 4.0 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि गुरूग्राम में न्यूनतम तापमान 2.5, फरीदाबाद में 3.4, नोएडा में 3.7 और गाजियाबाद में न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे रहा है। इसका असर तीन से चार दिन बाद मैदानी इलाकों में पड़ेगा। इस कारण से एक बार फिर से गला देने वाली ठंड की वापसी होगी। अभी विभाग ने सोमवार से शीत लहर से राहत मिलने की संभावना जताई है। इस कारण से 13 जनवरी तक न केवल अधिकतम तापमान बढ़ेगा, बल्कि न्यूनतम तापमान भी 8 डिग्री तक पहुंच जाएगा। यह केवल फौरी राहत होगी। कोहरे से अगले सप्ताह तक राहत मिलने की संभावना नहीं है।