जालना । महाराष्ट्र के जालना जिले में प्रधानमंत्री ग्रामसड़क योजना के तहत एक बड़ा घोटाला सामने आया है। इस संबंध में ग्रामीणों ने खुद सड़क निर्माण में हुए दोयम दर्जे के काम लेखाजोखा लिया है। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो देखकर आपका भी माथा घूम जाएगा। दरअसल जालना जिले की अम्बड़ तहसील में हस्तपोखरी-कर्जत सड़क का डामरीकरण का काम शुरू है। आरोप है कि इस सड़क को बनाने में ठेकेदार ने बेईमानी, भ्रष्टाचार और घटिया काम की सारी हदें पार कर दी हैं। जब यह सड़क बन गई और लोगों ने इसपर आवाजाही शुरू की तब उन्हें यहां हुए घोटाले का पता चला। ग्रामीणों ने पाया कि सड़क के नीचे के एक प्लास्टिक बिछाई गई है। जिसके ऊपर ठेकेदार ने डामर की 40 एमएम की मोटी परत सड़क पर लगाई है, जो बड़ी आसानी से निकल जा रही है।
लेकिन हद तब हो गई जब ग्रामीणों ने प्लास्टिक को उठाया, तब पूरी सड़क ही उखड़ गई। जैसे आप बिस्तर पर बिछी चादर को उठाते हैं बिलकुल उसी तरह यह सड़क भी उखड़ गई। अब इस सड़क को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा है। सड़क निर्माण के दौरान घटिया काम होने की आशंका ग्रामीणों को होने पर उन्होंने इस काम की पोल खोल दी है। 
अब नागरिकों ने पूरे काम की जांच कर ठेकेदार और इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। यह सड़क कर्जत से हस्त पोखरी जालना-अम्बड़ राजमार्ग को जोड़ने वाली 10 किमी लंबी सड़क है। जिसमें से 9.30 किमी डामरीकरण और 700 मीटर सीमेंटीकरण किया गया है। इस काम का ठेका जालना के राणा कंस्ट्रक्शन के पास है। तकरीबन 9 दिन पहले जब यह काम शुरू हुआ था तब से ही स्थानीय नागरिक नाखुश थे। उन्हें लग रहा था कि यह काम निम्न स्तर का किया जा रहा है। लेकिन, चूंकि सड़क बन रही है इसलिए लोगों की तकलीफें कुछ काम होंगी यह सोचकर तब किसी ने कुछ बोला नहीं। लेकिन, जैसे-जैसे काम आगे बढ़ा, लोगों को काम की गुणवत्ता को लेकर शक होने लगा।