मध्यप्रदेश के उज्जैन में मौजूद ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट एक साल बाद रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि 12 बजे खोले गए।इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीतगिरी महाराज के सानिध्य में शासकीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की ओर से भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा अर्चना की गई।

नागपंचमी के मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी ने नगर निगम सीमा में संचालित सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए के लिए छुट्टी घोषित की है।आज रात 12 बजे तक भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना होगी। जानकारी के मुताबिक, 20 अगस्त की रात को ही हजारों भक्त दर्शन के लिए कतार में लग गए थे।

कतार में लगने के बाद करीब एक घंटे के बाद भक्त, भगवान के दर्शन कर पा रहे हैं। नागपंचमी के दिन भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। भगवान की सबसे प्रथम पूजा गादीपति महंत विनीतगिरी महाराज ने की। आज (21 अगस्त) दोपहर दो बजे अधिकारी शासकीय पूजा करेंगे।

नागपंचमी के उपलक्ष्य पर भगवान नागचंद्रेश्वर और भगवान महाकाल के दर्शन हेतु कई व्यवस्था किए गए हैं। दोनों मंदिरों में प्रवेश के लिए भक्तों के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। वहीं, देशभर से आने वाले दर्शनार्थी सुविधा से भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद खरीद सकें, इसके लिए समाज धर्मशाला व नृसिंह घाट तिराहे पर विशाल प्रसाद काउंटर स्थापित किया है।