सवाई माधोपुर नगर परिषद क्षेत्र में पुलिस अन्वेषण भवन के सामने महात्मा बुद्ध की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर रविवार को विवाद हो गया। विवाद के चलते दो समुदाय आमने-सामने आ गए, जिससे एक बारगी सामाजिक सौहार्द्र खराब होने की स्थिति पैदा हो गई। उसके बाद प्रशासन और पुलिस ने सूझबूझ से मामला सुलझाया।

जानकारी के मुताबिक, एक समुदाय की ओर से पुलिस अन्वेषण भवन के सामने स्थित एक पार्क के महात्मा बुद्ध की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर कार्यक्रम किया जाना प्रस्तावित था। कार्यक्रम से कुछ समय पहले ही एक दूसरे समाज ने इस जमीन को अपना बताते हुए इसका विरोध किया, जिसके चलते यहां मूर्ति अनावरण कार्यक्रम नहीं हो सका।

पार्क में भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया था

एक समुदाय का कहना है कि इस जमीन पर उनका कब्जा है। वहीं, दूसरे समुदाय का कहना है कि पांच मार्च 2022 को नगर परिषद की बोर्ड बैठक में अन्वेषण भवन के सामने पार्क में भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए बाकायदा नगर परिषद बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लिया गया था। दूसरे समुदाय ने यहां महात्मा बुद्ध की प्रतिमा अनाधिकृत रूप से लगाई है, जिसका विरोध करने वे लोग यहां पहुंचे। जब दूसरे समुदाय को इसकी सूचना मिली तो दूसरे समुदाय के सैकड़ों की तादाद में लोग मौके पर पहुंच गए।

प्रशासन ने मूर्ति का अनावरण नहीं करने और यथा स्थिति रखने के आदेश दिए

इस बीच पार्क में एहतिहात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। प्रशासन ने इस दौरान दोनों समुदायों को समझाया, जिसके बाद दोनों समुदाय आपस में बातचीत करने पर राजी हुए, जिसके बाद SDM कपिल शर्मा, CO सिटी राजेन्द्र सिंह राजेन्द्र, कोतवाली थानाधिकारी चन्द्रभान सिंह ने दोनों समुदायों में सुलह करवाने की कोशिश की, लेकिन काफी देर की बातचीत के बाद दोनों समुदाय में सुलह नहीं हो पाई। प्रशासन ने मूर्ति का अनावरण नहीं करने और यथा स्थिति रखने के आदेश दिए। प्रशासन ने दोनों समुदायों से अपने-अपने दस्तावेज पेश करने के निर्देश दिए, जिसके बाद आगामी दिनों के पार्क को लेकर निर्णय किया जाएगा।