मेरठ। तापमान बढ़ने से गेहूं की उपज में बढ़ने की संभावना होती है। वो अब रुकती दिख रही है। जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है। क्योंकि अधिक तापमान के कारण खेतों की नमी सूखने लगती है। जिसका गेहूं के दाने पर असर पड़ता है।
  कृषि एक्सपर्ट प्रोफेसर जितेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि अबकी बार तापमान में तेजी से वृद्धि देखने को मिल रही है। जिससे जो फसलें हैं। उन पर इसका असर पड़ना शुरू हो गया है। गेहूं की बात करें गर्मी के कारण गेहूं समय से पहले ही पकने लगता है। उससे बीज काफी कमजोर रहता है। हालांकि उन्होंने बताया कि अगर किसी भी किसान को लग रहा है कि उसके खेत की नमी कम होने लगी है। तो वह नियमानुसार खेतों को पानी दे। जैविक आधारित खाद का उपयोग करें। इससे उस किसान की जो फसल है। उसको ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
  किसान राजकुमार ने बताया कि अब खेती करने में लागत ज्यादा होती है। गन्ने की खेती की बात करें तो उसमें भी अनेकों प्रकार की बीमारियां देखने को मिलती है। इसी तरह की हालात गेहूं में भी है। गेहूं को बीमारियों से बचाने के लिए दवाइयों का भी उपयोग किया जाता है, लेकिन मौसम की मार भी किसानों को ही पड़ रही है। बता दें कि मौसम विभाग का कहना है कि अभी कोई जल्द बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।