पंजाब पुलिस ने गन कल्चर पर नकेल कसते हुए राज्य में पांच हजार असलहा लाइसेंस रद्द किए हैं। रद्द लाइसेंस को नियमों को ताक पर रखकर बनाया गया था। इसमें कुछ लोगों ने फर्जी आवास का पता दिया था तो कुछ ने खुद पर दर्ज आपराधिक मामलों को भी छिपाया था। सभी जिलों में असलहा लाइसेंस का सत्यापन चल रहा है। 
पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने साफ किया है कि इसके बाद अगर कोई जानकारी छिपाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिवसेना नेता सुधीर सूरी और 10 नवंबर को डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी प्रदीप सिंह की हत्या हुई थी। इसके बाद असलहा लाइसेंस की समीक्षा करने का फैसला लिया गया था। 

पूरे पंजाब में इस समय कुल 369191 गन लाइसेंस हैं। इनमें से 4850 लाइसेंस सीधे रद्द किए गए हैं। राज्य सरकार ने तीन माह में समीक्षा करने का फैसला लिया है। 23 जिलों में इसके लिए डीसी व एसएसपी स्तर की कमेटियां गठित की गई हैं, जो इस काम को पूरा कर रही हैं। अब तक पूरे पंजाब में 30 फीसदी लाइसेंस का सत्यापन हो चुका है। इसके अलावा अब असलहा गोदामों की भी जांच की जा रही है। इसके बाद आगे की प्रक्रिया होगी।

इसके अलावा जिन लोगों के लाइसेंस में खामियां मिली हैं उन्हें नोटिस दिया गया है। साथ ही जिला स्तर पर अपने जवाब देने का कहा गया है। इसके अलावा जिन लोगों ने पुलिस सुरक्षा ली हुई, उनकी सुरक्षा की समीक्षा भी की जा रही है। साथ ही पुलिस मुलाजिमों को भी ट्रेनिंग दी जा रही है।