शहर के दरगाह क्षेत्र में मंगलवार देर रात फायरिंग की घटना से अफरा-तफरी मच गई। दरअसल केरल में 45 लाख की चोरी करके फरार हुए आरोपियों का पीछा करते हुए केरल पुलिस अजमेर आई थी। दरगाह क्षेत्र में केरल पुलिस और बदमाशों के बीच ख्वाजा करीब नवाज की दरगाह के पास स्थित कमानी गेट इलाके में रात हुई फायरिंग से सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों को पकड़ने के लिए केरल पुलिस अजमेर आई थी और रात में आरोपियों का पीछा कर रही थी। इस दौरान आरोपियों ने बचने के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। फायरिंग का पता चलते ही अजमेर पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। 

केरल के आईपीएस ने इस मुठभेड़ के दौरान दोनों बदमाशों को काबू करते हुए गिरफ्त में ले लिया। इसके बाद पुलिस दोनों युवकों को पकड़कर दरगाह थाने ले गई। जानकारी के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों के नाम शहजाद व दानिश हैं। ये दोनों आरोपी केरल में चोरी करके फरार हो गए थे, इन्हें पकड़ने के लिए ही केरल पुलिस अजमेर आई थी। 

बदमाशों को पकड़ने के दौरान केरल पुलिस टीम के प्रशिक्षु आईपीएस शरण कावंले गोपीनाथ भी घायल हो गए। दरगाह थाना पुलिस के सीओ गौरीशंकर ने बताया कि केरल के पुलिस अधिकारियों को चोरी के आरोपियों की लोकेशन अजमेर में मिली थी। केरल की टीम मौके पर पहुंची, जहां उच्च अधिकारियों के निर्देश पर अजमेर टीम भी आरोपियों का साथ में पीछा कर रही थी। बदमाशों की लोकेशन अंदरकोट क्षेत्र में मिली। फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। इसी दौरान पुलिस टीम के द्वारा घेरा डालकर पकड़ने का प्रयास किया गया। इसी दौरान बदमाश ने पिस्तौल निकालकर तीन राउंड फायरिंग कर दिए। 

दोनों आरोपियों के पास से दो पिस्टल और 7 जिंदा कारतूस, एक लोहे का नकब, एक बड़ा पेचकस बरामद हुए हैं। दोनों उत्तराखंड के रहने वाले हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ये किसी वारदात को अंजाम देने के बाद अजमेर पहुंचे थे।