चंडीगढ़। कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। संक्रमण यूं ही बढ़ता रहा तो पाबंदियों का दौर और बढ़ेगा। होटल-रेस्टोरेंट बंद हुए तो इस बार सैकड़ों लोगों के रोजगार पर संकट आ जाएग। कोरोना संक्रमण की बेड़ियों में लंबे समय तक जकड़े रहे हॉस्पिटेलिटी सेक्टर को बड़ी मुश्किल से राहत मिली थी। जुलाई 2021 में ही कई महीनों बाद यहां रौनक लौटी थी। अभी ठीक से नुकसान की भरपाई भी नहीं हो पाई थी कि दोबारा से पाबंदियों का दौर शुरू होते ही सबसे पहले मार इस सेक्टर को पड़ी।

रेस्टोरेंट, बार, डिस्को और क्लबों में 50 फीसद क्षमता के साथ गेस्ट अटैंड किए जाने के आदेश हैं। साथ ही यह गेस्ट वह होंगे जिनको कोराेना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी होगी। पिछली पाबंदियों के बाद 50 से अधिक होटल-रेस्टोरेंट खुले ही नहीं थे। घाटे की वजह से यह बंद हो गए। अब फिर नौबत ऐसी ही आ गई है। इसका सबसे बड़ा कारण मोटी लीज मनी है। अधिकतर होटल-रेस्टोरेंट, क्लब, बार और डिस्को लीज पर हैं। हर महीने लाखों रुपये की लीज मनी नहीं दे पाने की वजह से ही पिछली लहर में यह बंद हो गए। अब दोबारा भी पूर्ण पाबंदी हुई तो हालात खराब होंगे।

सबसे अधिक रोजगार देने वाला क्षेत्र

हॉस्पिटेलिटी सेक्टर सबसे अधिक रोजगार देने वाला सेक्टर है। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर यह सेक्टर हजारों लोगों को रोजगार मुहैया कराता है। लेकिन बंदिशों ने इन लोगों के रोजगार को संकट में ला दिया है। प्रशासन ने शादी-पार्टी जैसे सामाजिक कार्यक्रमों में आयोजन स्थल की क्षमता के 50 फीसद गेस्ट ही बुलाने को मंजूरी दे रखी है। चंडीगढ़ हॉस्पिटेलिटी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट अंकित गुप्ता ने बताया कि वह कोरोना महामारी से निपटने के हर फैसले में प्रशासन के साथ हैं। पिछले साल भी समर्थन करते हुए साथ मिल सहायता की। लेकिन हॉस्पिटेलिटी सेक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा। इसलिए अब जो भी फैसला प्रशासन ले उनके हालात को देखते हुए लिया जाए। पूर्ण पाबंदी हुई तो यह बड़ा नुकसान हो जाएगा।

जिम-फिटनेस सेंटर भी लंबे समय तक रहे बंद

पिछले साल जिम-फिटनेस सेंटर, सैलून, ब्यूटी पार्लर भी सबसे लंबे समय तक बंद रखे गए। अनलॉक के आखिरी दौर में इन्हें खोलने की मंजूरी दी गई। हालांकि अभी इन्हें बंद नहीं किया गया है। लेकिन अगले कुछ दिनों में यह बंद हो सकते हैं। इसकी चर्चा अभी से शुरू हो गई है।