पंजाब : मंगलवार को घने कोहरे के चलते चंडीगढ़ के शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी शून्य रही। इससे उड़ानों की आवाजाही ठप हो गई। दोपहर तक कोई भी फ्लाइट उड़ान नहीं भर सकी। इससे रनवे खाली नहीं रहा। सुबह 10 बजे जयपुर से डायवर्ट फ्लाइट को रनवे खाली न होने की वजह से आसमान में 30 मिनट तक चक्कर काटना पड़ा। सर्दी बढ़ने के साथ घने कोहरे में एयरपोर्ट पहुंचे लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा क्योंकि धुंध के चलते फ्लाइट उड़ान नहीं भर सकी। सुबह 6:40 से दोपहर 12 बजे के बीच उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स ने तीन से चार घंटे देरी से उड़ान भरी। 

सुबह विजिबिलटी इतनी कम थी कि दिल्ली, पुणे, बेंगलुरु, मुंबई से आने वाली उड़ानों को डायवर्ट कर जयपुर भेजा गया, क्योंकि दिल्ली में भी मौसम ठीक नहीं था। चार फ्लाइटों की जयपुर में लैंडिंग करवाई गई। चंडीगढ़ में सुबह 10:30 बजे मौसम ठीक हुआ तो डायवर्ट फ्लाइट को जयपुर से चंडीगढ़ मंगाकर दोपहर 12:06 बजे लैंड करवाया गया। वहीं चंडीगढ़ से हैदराबाद की सुबह 6:40 बजे की फ्लाइट ने 11:56 बजे उड़ान भरी।

कई ट्रेनें देरी से पहुंचीं 
कड़ाके की ठंड और धुंध से ट्रेन और बसों का आवागमन प्रभावित रहा। कई ट्रेनें एक से छह घंटे की देरी से चंडीगढ़ स्टेशन पहुंचीं। अंबाला रेल मंडल के सीनियर डीसीएम हरिमोहन ने बताया कि सुबह दृश्यता कम रही। इस कारण लंबे रूट की ट्रेनें देरी से आईं और देरी से ही रवाना हुईं।

लंबे रूट की बसें भी प्रभावित
विभिन्न रूटों से पंचकूला डिपो पर पहुंचने वाली और रवाना होने वाली बसें भी लेट पहुंचीं और रवाना हुईं। दिल्ली, हिसार, गुरुग्राम, भिवानी और सिरसा के लिए अलसुबह ही बस निकलती हैं। धुंध ज्यादा होने के कारण ये बसें निर्धारित समय पर गंतव्य तक नहीं पहुंच पाईं। पंचकूला डिपो के जीएम रविंदर पाठक ने बताया कि सभी चालकों को निर्देश दिया है कि धुंध के दौरान अतिरिक्त एहतियात बरतें और संयमित स्पीड में ही बसों को चलाएं।