नई दिल्ली । ईडी दिल्ली जल बोर्ड में अवैध टेंडरिंग और अपराध की कथित आय के शोधन की जांच कर रही है। इसी को लेकर सीएम केजरीवाल से पूछताछ की जानी थी। जिसके लिए उन्हें ईडी के समक्ष पेश होना था लेकिन केजरीवाल ने जाने से इनकार कर दिया। लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। केजरीवाल को एक बार फिर से प्रवर्तन निदेशालय ने समन भेजा है। कथित शराब घोटाला केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के बाद ईडी ने जल बोर्ड से जुड़े एक मामले में भी केजरीवाल को समन भेजा था। जिसके मुताबिक सोमवार 18 मार्च के दिन उन्हें ईडी के सामने पेश होना है। लेकिन केजरीवाल ने ईडी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली जल बोर्ड मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा 50 के तहत केजरीवाल को समन जारी किया था। ईडी दिल्ली जल बोर्ड में अवैध टेंडरिंग और अपराध की कथित आय के शोधन की जांच कर रही है। इसी को लेकर सीएम केजरीवाल से पूछताछ की जानी थी। जिसके लिए उन्हें ईडी के समक्ष पेश होना था लेकिन केजरीवाल ने जाने से इनकार कर दिया। आम आदमी पार्टी का कहना है कि जब केजरीवालस को कोर्ट से जमानत मिली हुई है तो ऐसे में ईडी बार बार उन्हें समन क्यों भेज रही है। पार्टी का कहना है कि ईडी का समन पूरी तरह से गैर कानूनी हैं। उसका मकसद केजरीवाल को हर हाल में गिरफ्तार करना है। पार्टी का ये भी कहना है कि ईडी बीजेपी के इशारों पर काम कर रही है। ईडी के समन मिलने पर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि सीबीआई और ईडी मोदी जी के गुंडे हो गए हैं। और ये गुंडे विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रहे हैं। आतिशी ने कहा कि सीबीआई और ईडी मोदी जी के गुंडे हो गए हैं। मोदी जी के इन गुंडों ने एक-एक करके विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रहे हैं। पार्टी का कहना है कि बीजेपी ईडी के पीछे छिपकर क्यों चुनाव लड़ना चाहती है। वो चुनाव से पहले दिल्ली के सीएम को गिरफ्तार करवाना चाहती है।