लिसाना गांव में मधुमक्खियों के हमले में हुई मौत के मामले में सदर थाना पुलिस ने एक साल बाद किसान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। मृतक के पिता ने गांव के ही एक किसान को उनके बेटे की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। युवक की मौत का मामला मार्च 2022 का है और पुलिस ने 24 फरवरी 2023 को प्राथमिकी दर्ज की है।

मधुमक्खियों ने कर दिया था हमला

मृतक के पिता सतबीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि सात मार्च 2022 को उनका बेटा देवेंद्र उर्फ कालू घर पर था। इसी दौरान गांव का रहने वाला किसान सुमेर उसे अपने साथ खेत में ले गया। सुमेर ने मधुमक्खियों का छत्ता तोड़ने के लिए देवेंद्र को तेजधार हथियार देकर पेड़ पर चढ़ा दिया था। देवेंद्र पेड़ जब पेड़ की टहनी कटने लगा तो मधुमक्खियों ने उसपर हमला कर दिया।

ऐसे हुई थी मौत

मधुमक्खियों के काटने से देवेंद्र के हाथ से टहनी छूट गई और वह नीचे बनी कोठरी की छत पर गिर गया। गंभीर रूप से घायल होने के बाद करीब आधा घंटा तक देवेंद्र छत पर ही पड़ा रहा। इसके बाद सुमरे का लड़का दीवान मेरे बेटे देवेंद्र को डाक्टर के पास लेकर गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था।

कई बार हुई पंचायत

शिकायत में सतबीर ने आरोप लगाया है कि मेरा घर घटनास्थल से करीब 100 मीटर की दूरी पर है, लेकिन सुमेर ने दुर्घटना के बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं दी। देवेंद्र की मौत के काफी देर बाद उन्हें सूचना दी गई। इस मामले में उन्होंने सदर थाना पुलिस को भी शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बारे में गांव में भी कई बार पंचायत हुई।

लापरवाही से मौत का मामला दर्ज

पंचायत के फैसले को सुमेर व उसके स्वजन ने मानने से इंकार कर दिया। पंचायत स्तर पर मामला नहीं सुलझने पर सतबीर ने फिर से पुलिस को शिकायत दी। सदर थाना पुलिस ने शुक्रवार को सुमेर के विरुद्ध लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।