अजमेर | अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय सचिव और राजस्थान की सह-प्रभारी अमृता धवन के अजमेर आने से पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के गुटों में भिड़ंत हो गई। गहलोत और पायलट समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच विवाद इतना बढ़ा कि बैठक स्थल से माइक-साउंड आदि सामग्री हटा ली गई।जैन ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने बेवजह माहौल बिगाड़ा है। यह लोग राष्ट्रीय सचिव के सामने सच्चाई आने नहीं देना चाहते। हम चाहते थे कि अजमेर में संगठन और सरकार की स्थिति से धवन को अवगत कराएं। गहलोत और पायलट गुटों के झगड़े को देखते हुए अमृता धवन ने कार्यक्रम टाल दिया। धवन को अजमेर पहुंचने पर इसी बैठक में जाना था। अब उन्होंने दरगाह और पुष्कर की यात्रा करने का तय किया।

कार्यक्रम के अनुसार अमृता धवन को सरकार और संगठन के बारे में फीडबैक लेने गोविंदम समारोह स्थल आना था। शहर कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन ने बैठक स्थल पर व्यवस्थाएं की। इस व्यवस्था में तब विघ्न पड़ गया, जब आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए। पायलट गुट के विजय जैन ने कहा कि यह बैठक शहर कांग्रेस की ओर से आयोजित की गई है। राठौड़ का शहर से कोई सरोकार नहीं है। जैन ने यह भी कहा कि पहले हम अमृता धवन को जानकारी देंगे। तब धर्मेन्द्र राठौड़ और उनके समर्थकों ने कहा कि अब हम बैठक स्थल से बाहर नहीं जाएंगे। इस पर विजय जैन और उनके समर्थकों ने अपने माइक, साउंड आदि हटा दिए। तू-तू मैं-मैं के बीच पायलट गुट के कार्यकर्ता बैठक स्थल से बाहर आ गए। बैठक स्थल का माहौल उस समय गरमा गया जब पायलट गुट के कार्यकर्ताओं ने आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ मुर्दाबाद के नारे लगाए। पायलट समर्थकों ने कहा कि राठौड़ की वजह से अजमेर में कांग्रेस का भट्टा बैठा है। हालात को देखते हुए पुलिस को दखल देना पड़ा और राठौड़ को सुरक्षित निकाला गया।