पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर आज एक महिला का गुस्सा फूट पड़ा। चटर्जी व उनकी महिला सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को ईडी ने राज्य के बहुचर्चित एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया है। यह घटना उस वक्त हुई जब ईडी की एक टीम चटर्जी को जांच के लिए ईएसआई अस्पताल लेकर पहुंची। वहां मौजूद एक महिला चटर्जी को देख भड़क गई और उन पर अपनी चप्पल उतार कर फेंक दी। गुस्से में महिला चिल्ला रही थी कि ये नेता जनता का धन लूट रहे हैं। 

चटर्जी पर चप्पल फेंकनी वाली महिला ने कहा कि मैं उसे चप्पल मारने ही आई थी। उसने गरीबों का पैसा लूटा है। मुझे खुशी होती यदि चप्पल उसके सिर पर पड़ती। घटना के वक्त ईएसआई अस्पताल में चेकअप के बाद चटर्जी को पुन: ईडी के दफ्तर ले जाया जा रहा था।  ममता सरकार के प्रमुख मंत्री रहे चटर्जी व उनकी करीबी अर्पिता के ठिकानों से करोड़ों रुपये और सोना जब्त किया गया है, लेकिन उन्होंने यह अपना होने से इनकार कर दिया है। रविवार को पार्थ चटर्जी ने दावा किया कि ईडी की छापेमारी के दौरान बरामद रुपये उनके नहीं हैं। समय बताएगा कि उनके खिलाफ कौन साजिश कर रहा है। हालांकि, इससे पहले अर्पिता ने कहा था कि ये पैसा पूर्व मंत्री का है। सीबीआई व ईडी अब तक इस घोटाले के आरोपियों से जुड़े 17 ठिकानों पर छापे मार चुकी है। इनमें 50 करोड़ से ज्यादा की नकदी व भारी मात्रा में सोना जब्त किया गया है।