गुरुग्राम । दूसरे चरण के मतदान के तहत गुरुग्राम में जिला परिषद तथा ब्लॉक समिति सदस्य के पद पर सुबह 7 बजे से ही वोटरों की लाइन लगी है। युवा से लेकर बुजुर्गों में मतदान को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।

बता दें कि गुरुग्राम में जिला परिषद के लिए चुनाव लड़ रहे 65 उम्मीदवारों का भाग्य आज इवीएम में बंद हो रहा है। पिछली योजना में जिला पार्षद रहे 15 पार्षदों में से इस बार केवल एक उम्मीदवार ही मैदान में है। जिला परिषद की टीम में इस बार नए चेहरे दिखेंगे। पिछली योजना में 15 सदस्यों में से केवल चार महिला पार्षद थी। इस बार 10 पार्षदों में से ही पांच महिला के लिए पहले से ही वार्ड आरक्षित है। इसलिए आधी आबादी को आधा प्रतिनिधित्व मिलना तय है।

महिलाओं के आरक्षित सीट ने बिगाड़ा खेल

गुरुग्राम नगर निगम का विस्तार कर शहरी क्षेत्र के आसपास की पंचायतों को नगर निगम में शामिल कर लिया गया। मानेसर नगर निगम जी अस्तित्व में आ गया। इस निगम के अस्तित्व में आने से करीब 30 ग्राम पंचायतों का अस्तित्व खत्म हो गया। इन सभी को नगर निगम में शामिल कर लिया गया।

पूर्व पार्षदों ने रिश्तेदारों पर लगाया दाव

वैसे निवर्तमान पार्षद खुद मैदान में ना होकर अपने परिवार के लोगों को मैदान में उतार कर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वार्ड एक से प्रीति चौहान के ससुर मांगेराम मैदान में है। वार्ड चार का काफी हिस्सा नगर निगम में आ गया। इसलिए वीरेंद्र सिंह यादव ने चुनाव नहीं लड़ा। वार्ड 11 से जिला पार्षद विजयपल यादव ने भी अपनी रिश्तेदार को मैदान में उतारा है। वार्ड 13 से जिला पार्षद रहे दीपचंद इस बार खुद उम्मीदवार नहीं हैं।

गुरुग्राम खंड के 10 पंचायतों में चुनाव

मौजूदा स्थिति में जिला में 157 पंचायत रह गई। जिसमें से पटौदी विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 101 पंचायतें शामिल हैं। गुरुग्राम का अधिकांश क्षेत्र नगर निगम के अधीन होने के कारण गुरुग्राम खंड में केवल 10 पंचायतें ही रह गई। बता दें कि हरियाणा पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के तहत राज्य के करनाल, अंबाला, चरखी-दादरी, गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा व सोनीपत में आज मतदान हो रहे हैं।