सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस अलर्ट
जयपुर । राजस्थान की राजधानी जयपुर में सड़कों पर होने वाले रोड एक्सीडेंट को रोकने के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर ट्रैफिक राहुल प्रकाश ने विशेष योजना बनाई है इस योजना के तहत राहुल प्रकाश ने जयपुर के ईस्ट,नॉर्थ,वेस्ट और साउथ जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर शहर के बीस ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए है ये वो स्पॉट है जहां इस वर्ष सबसे अधिक सडक दुर्घटनाए हुई है और इन सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होकर कई लोगों ने अपनी जिन्दगी खोई है शहर की सड़कों को सड़क दुर्घटनाओं को रोकन के लिए अब ट्रैफिक पुलिस एक्टिव मूड में है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने जयपुर शहर में बीस ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए है चिन्हित किए गए ब्लैक स्पॉट पर हुई सड़क दुर्घटनाओं में इस वर्ष अब तक 23 लोग अपनी जान गंवा चुके है साथ ही 57 लोग गम्भीर घायल हुए है.ऐसे में शहर में ब्लैक स्पॉट सुधारने और दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एक विशेष योजना बनाई है.इस योजना के तहत चिन्हित किए गए बीस ब्लैक स्पॉट के आसपास आवश्यक चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे.साथ ही ब्लाईंड मोड पर रिफलेक्टर लगाने और स्पीड ब्रेकर बनवाने के निर्देश जारी किए गए है.एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश के मुताबिक ट्रेफिक पुलिस का उद्रेश्य है की किसी भी सूरत में यह सडक हादसे रूकने चाहिए. क्यो की इन हादसो का असर केवल एक जिन्दगी पर नहीं बल्कि उससे जुडे पूरे परिवार पर पडता है. ट्रैफिक पुलिस की ओर से शहर के नॉर्थ,ईस्ट,वेस्ट और साउथ जिले में इन बीस ब्लैक स्पॉट को चिन्हित किया गया है.जिसमें नॉर्थ में धोबी घाट, ईदगाह से पुलिया नम्बर दो और नाहरगढ पहाडी चिन्हित किए गए है.वहीं साउथ में 200 फीट चौराहा,कमला नेहरू नगर से होटल हाइवे किंग तक,एलिवेटेड रोड सोडाला, द्वारकादास पार्क चौराहा,गोरमेंट हॉस्टल चौराहा और रिद्वि सिद्वि चौराहे को ब्लैक स्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया है। वेस्ट जिले में मिलन सिनेमा से बढारणा पुलिया तक,भवानी निकेतन से ढेहर का बालाजी तक, खेतान चौराहा, रोड नम्बर 14,पानी पेच से शनि मंदिर तक, चौंमू पुलिया से लता सर्किल तक ,गांधी पथ पुलिया से शेल्बी अस्पताल एक्सप्रेस हाइवे और बैनाड रोड को ब्लैक स्पॉट में शामिल किया गया है.ईस्ट जिले में बीटू बाईपास चौराहा,ओटीएस चौराहा और टोंक पुलिया और उसके आसपास के क्षेत्र को ब्लैक स्पॉट माना गया है हालांकि पुलिस की ओर से सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे है।