कल्याणपुर (समस्तीपुर)/लखीसराय। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी में भितरघात करने वालों को स्पष्ट चेतावनी दी। किसी का नाम लिए बिना कहा कि हमलोगों के उम्मीदवार के साथ कोई बाएं-दाएं गड़बड़ी कर रहा है।

चुनाव के बाद उससे मुक्ति ले लेंगे। इधर-उधर नहीं करना है। सभी मिलकर समस्तीपुर से एनडीए प्रत्याशी शांभवी के लिए काम करें। इस दौरान उन्होंने लोगों से साथ देने की हामी भी ली।
दरअसल, कल्याणपुर के कालाजार परिसर में आयोजित चुनावी सभा में स्थानीय जदयू (JDU) विधायक व मंत्री महेश्वर हजारी नहीं थे। सभा में उपस्थित उनके भाई राजेश्वर हजारी ने मंच से ही निशाना साधते हुए कहा कि यह गंभीर बात है कि मंत्री रहते हुए महेश्वर हजारी आज दूसरी पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं।

लालू-राबड़ी के कार्यकाल पर निशाना साधा

बता दें कि समस्तीपुर लोकसभा सीट से जदयू (JDU) विधायक के पुत्र सन्नी हजारी कांग्रेस से मैदान में हैं। मुख्यमंत्री रविवार को एनडीए प्रत्याशी समस्तीपुर के कल्याणपुर में शांभवी व लखीसराय में राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के पक्ष में किया चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए लालू-राबड़ी के कार्यकाल पर निशाना साधा। कहा कि उनके राज में शिक्षा, स्वास्थ्य की व्यवस्था ठीक नहीं थी। सड़कें खराब थीं। शाम को लोग डर से घर से नहीं निकलते थे। हमलोगों को जब मौका मिला तो सबके हित में काम किया।

पांचवीं कक्षा बाद लड़कियां पढ़ नहीं पाती थीं

नीतीश ने आगे कहा कि हमसे पहले 15 साल जिनको मौका मिला, उन्होंने सात साल खुद और सात साल पत्नी को सीएम बना दिया। पांचवीं कक्षा बाद लड़कियां पढ़ नहीं पाती थीं। हमलोगों ने पढ़ाई की व्यवस्था की। साइकिल योजना शुरू की। उन्होंने कहा कि छात्राओं को इंटर पास करने पर 25 हजार व स्नातक पास करने पर 50 हजार रुपये दिए जा रहे। पहले पीएचसी में एक महीने में 30 से 40 लोग आते थे। आज हर महीने 11 हजार मरीज पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वे लोग थे, तब हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता रहता था। जब हम आए तब झगड़ा बंद कराया। मुस्लिम हित में किए गए कार्यों को गिनाया। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व में पति पत्नी की सरकार में नौ बच्चे पैदा लिए। वे लोग तब से बिहार की जनता के लिए नहीं बल्कि अपने परिवार के लिए काम कर रहे हैं।

2005 के पहले बिहार में अराजकता का माहौल था

नीतीश ने कहा कि हमलोगों के यहां और भाजपा में परिवारवाद नहीं है। हमारे लिए पूरा बिहार परिवार है। बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए वे प्रयासरत हैं। 2005 के पहले बिहार में अराजकता का माहौल था। रंगदारी, लूट, हत्या एवं भ्रष्टाचार का बोलबाला था।

नीतीश ने कहा कि शाम होते ही लोग डर से घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे। भाजपा के साथ मिलकर उन्होंने बिहार से जंगलराज को खत्म किया। सीएम ने कहा कि लड़कियों के शिक्षित होने से प्रजनन दर में कमी आई। जीविका दीदी अच्छा काम कर रही हैं। राज्य में 30 हजार महिला पुलिसकर्मी हैं। उन्होंने अगले विस चुनाव तक 10 लाख नौकरी देने की बात कही। उन्होंने कहा कि कुछ योजनाओं की शिकायत मिली है। चुनाव के बाद जांच कराकर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई कराएंगे। अंत में सूबे की 40 सीटों के साथ ही देश में 400 सीट जीतने के संकल्प को दोहराते हुए फिर नरेन्द्र मोदी को पीएम बनाने की बात कही। सभा में उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी आदि मौजूद थे।