जयपुर। राजस्थान में झुंझुनूं जिले के सिंघाना में हरियाणा के गैंगस्टर संजय उर्फ भेड़िया ने पुलिस से घिरता हुआ देखकर खुद को गोली मार ली। हरियाणा पुलिस संजय का पीछा करते हुए झुंझुनूं जिले के खानपुर के निकट पहुंची थी। खुद को पुलिस से चारों तरफ से घिरा हुआ देखकर संजय ने अपनी कनपटी पर पिस्टल से गोली मार ली।

20 से अधिक दर्ज थे मामले

घटना के बाद पुलिस ने संजय को सिंघाना सरकारी अस्पताल में पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संजय हरियाणा में चरखी दादरी का निवासी था। उस पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। उसके खिलाफ लूट, अपहरण, मारपीट सहित 20 से अधिक मामले हरियाणा के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज हैं।

खुद की कनपटी पर मारी गोली

सिंघाना पुलिस थाना अधिकारी विधाधर शर्मा ने बताया कि हरियाणा की एसटीएफ टीम को सूचना मिली थी कि संजय सिंघाना क्षेत्र में छिपा हुआ है। इस पर टीम ने वहां दबिश दी थी। मंगलवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे बहादुरगढ़ एसटीएफ ने सिंघाना तहसील में स्थित बूटीनाथ आश्रम के निकट संजय को घेर लिया। खुद को देखकर संजय ने हवाई फायरिंग की। वह खेत में भागने लगा। पुलिस ने करीब आधा किलोमीटर तक उसका पीछा किया। पुलिस ने संजय को चारों तरफ से घेर लिय तो करीब 12 बजे उसने खुद की कनपटी पर गोली मार ली।

ठेकेदारों से वसूलता था रंगदारी

पुलिस के अनुसार, संजय चरखी दादरी जिले में क्रेशर ठेकेदारों से रंगदारी, लूट और अपहरण करता था। वह महेंद्रगढ़ व बहादुरगढ़ जिलों में भी सक्रिय था। साल, 2020 में उसने क्रेसर ठेकेदार सोमवीर घसौला पर फायरिंग की थी। इस मामले में हरियाणा पुलिस कुछ दिन से उसके पीछे लगी हुई थी, जब इसकी संजय को जानकारी मिली तो वह हरियाणा छोड़कर पहले दिल्ली और फिर राजस्थान के झुंझुनूं में पहुंचे गया।

सोमवीर पर फायरिंग का मास्टरमाइंड लोहारू निवासी प्रक्षित और भिवानी निवासी विकास थे। पुलिस उन्हे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। संजय फरार चल रहा था। सजय आईटीआई पास था। वह पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था। बड़ा भाई और मजदूरी करते हैं।