राजस्थान में हो गया चुनावी शंखनाद
जयपुर । राजस्थान में विधानसभा चुनावों का आगाज हो गया है जहां सूबे की 200 सीटों पर एक चरण में 23 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को मतगणना के बाद नतीजे जारी किए जाएंगे वहीं चुनावों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है मालूम हो कि राजस्थान में 14 जनवरी को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है जिससे पहले सरकार का गठन होना और विधानसभा सत्र बुलाना जरूरी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राजस्थान की सभी 200 सीटों पर एक चरण में ही मतदान करवाया जाएगा. इधर चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष में बैठे लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई है जहां कांग्रेस का कहना है कि हम चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. वहीं बीजेपी नेताओं ने कहा कि अब गहलोत सरकार को जनता के सामने हिसाब देना पड़ेगा।
हम पूरी तरह से तैयार हैं-डोटासरा वहीं चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हम चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है जहां प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी। उन्होंने कहा कि हम सभी तैयार, रिपीट होगी सरकार. वहीं टिकटों को लेकर डोटासरा ने कहा कि बीजेपी में जिन नामों का जिक्र चल रहा था उनका कुछ अता-पता नहीं है, बाकी हम नहले पे दहला देने के लिए तैयार हैं।
काम पर मांग रहे हम वोट – खाचरियावास राजस्थान के मंत्री और कांग्रेस नेता प्रताप खाचरियावास ने कहा कि यह इस देश के लोकतंत्र की सुंदरता और दृढ़ संकल्प है जहां नेता चुनाव के दौरान अपने लाइसेंस को दुबारा रिन्यू करवाने के लिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि चुनावों में लोगों को अपनी ताकत का एहसास होता है और वोट देते हैं। मंत्री ने कहा कि मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे केंद्र की भाजपा सरकार और राजस्थान की राज्य सरकार द्वारा किए गए काम की तुलना करें और अगर हमने अच्छा काम किया है तो कांग्रेस को वोट दें, हमें पूरा यकीन है कि कांग्रेस चुनाव जीतेगी।
सरकार की विदाई का ऐलान- शेखावत- वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि बलात्कार, महंगाई, पेपर लीक को जिस सरकार ने राजस्थान की पहचान बनाई उसके जाने का समय अब आ गया है उन्होंने कहा कि सरकार की विदाई की तिथि का आज ऐलान हो गया है। इधर उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत के अब निकलने का समय आ गया है और जनता इस लोकतंत्र के पर्व में अपनी पूरी भागीदारी निभाएगी।