प्रतियोगिता में रेस लगाते हुए चली गई छात्र की जान
राजस्थान के बीकानेर जिले में रेस प्रतियोगिता में दौड़ लगाते समय 12 वर्षीय छात्र की मौत हो गई। मामला हैरान कर देने वाला है, क्योंकि मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है। रेसिंग प्रतियोगिता में दौड़ लगाते हुए छात्र ईशान बेहोश होकर गिर गया। उसे तुरंत ही पीबीएम हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है। पोस्टमार्टम के बाद ईशान का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
जानकारी के अनुसार छात्र ईशान एक निजी स्कूल का छात्र था। स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को दौड़ के लिए पास के भ्रमण क्षेत्र में भेजा था। वहां दौड़ने के बाद ईशान बेहोश हो गया। स्कूल शिक्षक उसे तुरंत पीबीएम अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना है कि छात्र की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। वहीं, ईशान के पिता अशोक कुमार खत्री ने सदर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है। ईशान की मौत के पूरे स्कूल में शोक की लहर है। ईशान पढ़ाई में होशियार था और कई गतिविधियों में भी भाग लेता था।
डॉक्टरों ने दी सलाह
बीकानेर के जनरल फिजिशियन और सीएमएचओ डॉ. ने बताया कि बच्चों को भी कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। कई बार कुछ बच्चों को पहले से ही दिल की समस्या होती है और ज्यादा दौड़ने पर वे कार्डियक अरेस्ट का शिकार हो जाते हैं।
वहीं, पीबीएम अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ. ने बताया कि बच्चे को सडन कार्डियक अरेस्ट आया था। यह जन्मजात विकृति है। मेडिकल साइंस में इसे वेंट्रिकुलर फिबेलेश कहा जाता है। ऐसे में किसी बच्चे की मौत होती है तो उसके भाई या बहन का स्क्रीनिंग टेस्ट जरूर कराएं।