सिवान जिले के लकड़ीनबीगंज के बाला गांव में रविवार को जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। सोमवार को घटनास्थल से महज दो किलोमीटर दूर गोपालगंज के बैकुंठपुर ब्लाक में नगनारायण साह की मौत हुई थी। तीसरे दिन मंगलवार को भी उपचाराधीन बाला गांव निवासी दो एवं बसौली गांव के एक व्यक्ति की मौत हो गई। सिवान में मृतकों की संख्या छह से बढ़कर नौ हो गई है। कुल मृतकों की संख्या 10 हो गई है।सिवान के बाला गांव निवासी सुरेंद्र प्रसाद और पटना में उपचाररत दुलम रावत एवं बसौली गांव के मुख्तार महतो के पुत्र सुदर्शन महतो (50) की मौत मंगलवार को हुई।

मंगलवार की सुबह उपचाराधीन तीन मरीजों जीतेंद्र मांझी, शंकर मांझी व लोरिक मांझी को सदर अस्पताल से छोड़ दिया गया था। जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय के आदेश के बाद तीनों मरीजों को चिकित्सकों की देखरेख में उपचार के लिए वापस सदर अस्पताल बुला लिया गया है।22 जनवरी को जहरीली शराब पीने के बाद दुलम रावत की आंखों की रोशनी कम होने के साथ स्थिति बिगड़ने लगी थी। इसके बाद दुलम को बेहतर उपचार के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई। वहीं, सुरेंद्र प्रसाद की स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें भी पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई।

जहरीली शराब से रविवार रात से सोमवार दोपहर तक बाला गांव निवासी जनक बिंद, धुरेंद्र मांझी, राजेश प्रसाद, जितेंद्र मांझी, राजू मांझी व पड़ौली निवासी लक्षनदेव राम व गोपालगंज के बैकुंठपुर निवासी नगनारायण साह की मौत हुई थी। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव स्वजनों को सौंप दिया।लकड़ी नबीगंज प्रखंड के बाला में जहरीली शराब पीने से हुई आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत तथा कुछ लोगों के पीड़ित होने के विरोध में ग्रामीणों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान शराब तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। साथ ही इसे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना था कि प्रशासन शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाती तो ऐसी घटना नहीं होती है।