पटियाला। संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और संयुक्त किसान मोर्चा राजनीतिक दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहले पंजाब चुनावी यात्रा का विरोध करने की घोषणा की है।

लेकिन आज शंभू बॉर्डर पर एक बड़ी जनसभा में संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक ने घोषणा की है कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा का विरोध करेंगे लेकिन उनकी पटियाला या अन्य स्थानों पर होने वाली रैलियों को बाधित नहीं करेंगे।

प्रशासन हमें रोकेगा लेकिन हम विरोध दर्ज करवाएंगे: पंढेर

संयुक्त किसान मोर्च के संयोजक सरवन सिंह पंढेर ने किसानों की बड़ी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा काम अपनी उन मांगों काे लेकर प्रधानमंत्री के सामने विरोध दर्ज करवाना है जो उन्होंने मान ली थी लेकिन लागू नहीं कीं। उन्होंने कहा कि हम काफिलों के रूप में प्रधानमंत्री की रैली की ओर जाएंगे जहां भी प्रशासन हमें रोकेगा, वहीं बैठकर विरोध दर्ज करवाया जाएगा।

इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों का 28 मई को घेराव किया जाएगा। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने जगराओं में कल प्रधानमंत्री की रैली का विरोध करने का एलान किया था।

किसान मोर्च को 100 दिन हुए पूरे

शंभू बॉर्डर पर किसान मोर्चे को 100 दिन पूरे होने के बाद सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमारी मांगें सभी के लिए हैं और हम देख रहे हैं कि प्रत्याशी चुनाव में हमारी मांगों का जिक्र भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी 23 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के अलावा मजदूर को 200 दिन काम की गारंटी की जाए साथ ही उनका मानदेय भी बढ़ाया जाए।

भारी गर्मी के बावजूद शंभू बॉर्डर पर किसानों ने भारी संख्या में शामिल होकर उपस्थिति दर्ज करवाई । ट्रैक्टर-ट्रालियों, मिनी बसों और कारों के जरिए किसान शंभू बॉर्डर पर पहुंचे। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने के सवाल पर सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने प्रशासन से पीएम से बातचीत करवाने को कहा है। लेकिन प्रशासन ऐसा नहीं कर रहा है इसलिए हमारे पास विरोध करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है।

उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि हमें रैली ग्राउंड तक नहीं जाने दिया जाएगा लेकिन जहां तक भी जाने दिया जाएगा। हम वहां जाएंगे और वहीं बैठकर विरोध जताएंगे।

हमें यूं ही बदनाम किया जा रहा है: सरवन सिंह पंढेर

प्रधानमंत्री की रैली को देखते हुए पटियाला प्रशासन की ओर से कई रास्ते बंद करने के आरोपी पर सरवन सिंह ने कहा कि हमें तो यूं ही बदनाम किया जा रहा है जबकि जिस जगह पर शंभू का मोर्चा लगा हुआ है वह भी हमने बंद नहीं किया है बल्कि सुरक्षा बलों ने बंद किया हुआ है और कहा जा रहा है कि किसानों ने रास्ते बंद किए हैं।

सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि सरकार के पास नेरेटिव सेट करने का बड़ा साधन है इसलिए वह हमारे आंदोलन को कमजोर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

व्यापारियों का हमारे साथ कोई विरोध नहीं

एक अन्य किसान नेता मनजीत सिंह राय ने शंभू रेलवे से धरना हटाए जाने के बारे में कहा कि व्यापारियों ने किसान संगठनों के साथ दो बार बातचीत की थी और बताया था कि केंद्र सरकार तो दबाव में नहीं आ रही है ऐसे में आप लोग व्यापारियों का नुकसान क्यों कर रहे हो?

तब हमने इस बात पर विचार करते हुए शंभू रेलवे ट्रैक पर चल रहे धरने को स्थगित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के साथ हमारा कोई विरोध नहीं है वह हमारे ही भाई बंधु हैं।

मनजीत सिंह राय ने कहा कि मोर्चे ने कई और प्रोग्राम दे दिए हैं जिनमें भाजपा के प्रत्याशियों का घेराव करना शामिल है । ऐसे में कई जगह पर मोर्चे नहीं खोले जा सकते।

तीन युवा किए गए गिरफ्तार

इस मौके पर हरियाणा पुलिस की ओर से धरना स्थल से गिरफ्तार किए गए तीन युवाओं में से एक नवदीप सिंह के पिता जय सिंह जलवेड़ा ने कहा कि सरकारें पासपोर्ट रद करने, जमीनें कुर्क करने को लेकर डराती हैं लेकिन अब पिछली शाम पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने खुद माना कि किसानों पर गोली चलाना गलत था। उन्होंने कहा कि क्या हम इस देश के वासी नहीं हैं।