बीती वीरवार सुबह नरुआना रोड पर नसीरपुर बलीया उतरप्रदेश के रहने वाले 24 वर्षीय दीपक कुमार पांडे की तरफ से सल्फास की गोलियां निगलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। इस मामले में थाना कैनाल कालोनी पुलिस ने मरने से पहले पीड़ित युवक की तरफ मजिस्ट्रेट को दर्ज करवाएं बयानों के आधार पर गुड़गांव के रहने वाले एक युवक, उसके पिता व मां पर खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। हालांकि, आरोपित लोगों की गिरफ्तारी होनी बाकी है।

निजी मेडिकल यूनिवर्सिटी का था स्‍टूडेंट

गौरतलब है कि मृतक दीपक पांडे बठिंडा की एक निजी मेडिकल यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट था और वह ईएनटी का कोर्स कर रहा था, जबकि वह मूलरूप से उतरप्रदेश के गांव नसीरपुर बलीया का रहने वाला था। दीपक कुमार पांडे ने सल्फास खाने से पहले 6 पेज का सुसाइड नोट लिखा था, दम तोड़ने से पहले उसने मजिस्ट्रेस्ट की अगुआई में पुलिस को बयान दिए थे। जिसमें मृतक दीपक ने बताया कि उसकी दोस्ती सागर निवासी गुड़गांव के साथ थी।

आरोपितों पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू

बीती 25 मई को आरोपित सागर ने उसे मिलने के लिए बठिंडा आ रहा था। जब उसने सागर को फोन किया, उसके पिता संजय कुमार ने उसे फोन पर कहा कि आज के बाद सागर से नहीं मिलना और ना ही वह तुमसे मिलने के लिए आएगा। जिसके बाद दुखी होकर उसने सल्फास की गोलियां निगलकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मृतक युवक के आखिरी बयानों के आधार पर आरोपित युवक सागर, उसके पिता संजय व मां पिंकी पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।