एडीजीपी एमएस छिन्ना, डिप्टी कमिश्नर संगरूर जितेंद्र जोरवाल सहित 16 किसान संगठनों की संयुक्त बैठक वीरवार देर शाम को लोंगोवाल में हुई। बैठक में पंजाब भर में गत दिनों हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा करने व संगरूर में झड़प के दौरान जान गंवाने वाले किसान प्रीतम सिंह के परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा देने के निर्णय के बाद किसान संगठनों ने लोंगोवाल सहित पंजाब भर में चल रहे धरने चार सितंबर तक स्थगित करने का एलान किया।

साथ ही 21 अगस्त को लोंगोवाल में झड़प दौरान हिरासत में लिए गए किसान बलजिंदर सिंह व अमर सिंह रिहा कर दिया गया।किसान प्रीतम सिंह का संस्कार भी शुक्रवार को कर दिया जाएगा। रिहाई के बाद दोनों को किसान संगठनों ने तुरंत एडीजीपी एमएस छिन्ना के समक्ष में पेश किया और थाना लोंगोवाल के प्रभारी द्वारा इनके साथ की गई मारपीट के सबूत के तौर पर शरीर पर पड़े निशान दिखाए। किसानों ने इस दौरान एसएचओ पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की।

एडीजीपी छिन्ना ने मौके पर ही एसएचओ लोंगोवाल गगनदीप सिंह का तबादल किया और उनके खिलाफ एसएसपी संगरूर सुरेंद्र लांबा को विभागीय कार्रवाई करने के दिए।यह जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद के प्रांतीय प्रधान जसविंदर सिंह लोंगोवाल व किरती किसान यूनियन के यूथ नेता भूपिंदर सिंह लोंगोवाल ने बताया कि एडीजीपी एमएस छिन्ना की तरफ से तीसरे चरण की बैठक के बाद गिरफ्तार किए गए किसानों को रिहा करने के साथ ही सभी जगह चलने धरने स्थगित कर दिए गए हैं।