पंजाब : वर्षा के बीच किसान और पशु पालन मेला आज से शुरू....
लुधियाना में सुबह से हो रही वर्षा के बीच राज्य स्तरीय दो दिवसीय किसान व पशु पालन शुरू हो गया है। पहले के दिन सुबह 11 बजे तक वर्षा की वजह से दोनों मेलो में बहुत कम किसान पहुंचे है। अभी भी वर्षा रुक रुककर हो रही। यूनिवर्सिटी के किसान मेला ग्राउंड में भी पानी जमा हो गया है।
यूनिवर्सिटी के स्टाल खाली पड़े हैं। वहीं दूसरी तरफ कृषि मंत्री भी मेले के उद्घाटन के लिए नही आ रहे हैं।बताया जा रहा है कि उन्हें दिल्ली जाना पड़ा। अब उनकी जगह अब कैनेडा से गेहूं के विशेषज्ञ डॉ विक्रम गिल आ रहे है। मेले का उद्धघाटन 12 बजे होगा। हालांकि यूनिवर्सिटी अधिकारियों का कहना है कि दोपहर तक मेले में किसानों की संख्या बढ़ जाएगी।
अंत में लिए गया तैयारियों का जायजा
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) का किसान मेला और गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस (गडवासू) का पशुपालन मेला शुक्रवार से शुरू होने जा रहा है। किसान व पशुपालन मेले से एक दिन पूर्व तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की ओर से तैयारियों का जायजा भी लिया गया।
अब इसका उद्घाटन डॉ विक्रम गिल द्वारा होगा
इस मेले में राज्य के विभिन्न शहरों से हजारों किसानों के आने की संभावना है। किसान मेले का उद्घाटन कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल द्वारा होना था लेकिन उन्हें किसी काम की वजह से दिल्ली जाना पड़ा।जबकि पीएयू के वाइस चांसलर डा. सतबीर सिंह गोसल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
दो दिनों तक जारी रहने वाले इस मेले को लेकर यूनिवर्सिटी कैंपस को सजाया गया है। पीएयू में किसान मेले में 300 के करीब स्टाल लगाए गए हैं। मेला शुभारंभ सुबह 11 बजे के करीब होगा। पशुपालन मेले में प्रदेशभर से पशुपालक अपने पशु लेकर पहुंचेंगे।
‘आओ कृषि खर्च में करें कटौती, ज्यादा पानी खाद न पाइए’
पीएयू के वाइस चांसलर डा. सतबीर सिंह गोसल ने कहा कि किसान मेले का उद्देश्य कृषि उद्योगों का विकास और युवाओं के लिए स्व रोजगार के मौके पैदा करना है। मेले का थीम आओ कृषि खर्च में करें कटौती, ज्यादा पानी खाद न पाइए रखा गया है। प्रसार शिक्षा निदेशक डा. गुरमीत सिंह बुटर ने कहा कि किसानों को लाइव प्रदर्शनियों और तकनीकी सेशनों के माध्यम से अवगत कराया जाएगा।
पीएयू के मेले में फल-पौधों के बीज किट लोगों के लिए उपलब्ध होंगे
पीएयू के मेले में रसोई बगीची का माडल, नर्सरी पालन की तकनीक, मिनी हर्बल गार्डन, जैविक उत्पादन तकनीक, संयुक्त कृषि प्रणाली, खाद सिंचाई विधि भी प्रदर्शित की जाएगी। किसान मेले में फलों के पौधें, फूलों के बीज, अनाज और तेल बीज फसलें, सब्जियों के बीज किटें भी उपलब्ध होंगी। सौ रुपये में सब्जियों की किट मेले में आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी। सब्जियां किचन गार्डन में उगाई जा सकेंगी। सब्जियों की किट का एक पैकेट सौ रुपये में मिलेगा।