नई दिल्ली । खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और पीएम ट्रूडो के खालिस्तानियों को समर्थन देने के बाद से भारत और कनाडा के रिश्तों में कड़ावहट आ गई हैं। दोनों देशों ने विभिन्न मंच पर इस बारे में चिंता व्यक्त भी की है,लेकिन अब लगता है दोनों देशों के बीच बढ़ती कड़वाहट कम हो सकती है। दरअसल इटली में हाल ही में हुए जी7 समिट में पीएम मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मुलाकात हुई। पीएम मोदी से मिलने के बाद जस्टिन ट्रूडो के तेवर नरम पड़े हैं। कनाडा के पीएम ने भारत के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर साथ काम करने की इच्छा जाहिर की है।
पीएम मोदी संग बैठक के बाद ट्रूडो ने सवालों के दौरान काफी सतर्क दिखे। ट्रूडो से निज्जर के मुद्दे को उठाने पर सवाल पूछा गया, तब उन्होंने इससे कन्नी काट ली। ट्रूडो ने कहा कि कानून के शासन को बनाए रखते हुए भी साझेदारों के साथ काम करना महत्वपूर्ण है। इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं की संक्षिप्त मुलाकात हुई थी। खुद पीएम मोदी ने एक्स पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें दोनों नेता हाथ पकड़े हुए दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं इस महत्वपूर्ण, संवेदनशील मुद्दे के विवरण में नहीं जाऊंगा, जिस पर हमें आगे काम करने की जरूरत है, लेकिन आने वाले समय में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। कनाडा ने साफ कहा है कि फिलहाल भारत के साथ उसका सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा निज्जर हत्याकांड के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाना है।
कनाडा के मामले में, भले ही वरिष्ठ खुफिया अधिकारी जांच के बारे में संपर्क में हैं, लेकिन भारत सरकार के सूत्रों का कहना है कि मामले पर कनाडा से कोई आधिकारिक या औपचारिक संचार नहीं हुआ है, जिसमें अब तक की गई 4 गिरफ्तारियां भी शामिल हैं।