आज चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र, इन्द्र योग, चतुष्पाद करण, पूर्व दिशाशूल और रविवार का दिन है. आज चैत्र अमावस्या है, जो सोमवार के दिन पड़ी है. सोमवार दिन होने से यह सोमवती अमावस्या है. इस अमावस्या पर साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है. यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं हैं, जिसके कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. सोमवती अमावस्या के दिन आप स्नान और दान करके पुण्य प्राप्त कर सकते हैं.

सोमवती अमावस्या के अवसर पर अपने पितरों को तर्पण दें और उसके बाद उनके लिए दान करें. इससे आपके पितर खुश होंगे और आपको आशीर्वाद देंगे. सोमवती अमावस्या पर पंच​बलि कर्म करके पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं. अमावस्या को सूर्यास्त के बाद अपने घर के बाहर दक्षिण दिशा में या फिर पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. अपने पितरों के मार्ग में प्रकाश करें, इससे भी वे खुश होंगे.

इसके अलावा आज शिव जी को प्रसन्न करने वाला सोमवार व्रत भी है. सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखकर शिव जी की विधिपूर्वक पूजा करें. उनको बेलपत्र, भांग, धतूरा, गंगाजल, गाय का दूध, शहद, शक्कर, भस्म आदि अर्पित करें. महिलाएं माता पार्वती को श्रृंगार सामग्री अर्पित करें. दोनों की कृपा से अखंड सौभाग्य प्राप्त होगा. शिव पूजा करने से कुंडली का चंद्र दोष भी दूर हो जाएगा. वैदिक पंचांग से जानते हैं सूर्योदय, सूर्यास्त, शुभ मुहूर्त, योग, चंद्रोदय, चंद्रास्त, राहुकाल, दिशाशूल. सूर्य ग्रहण समय आदि

आज का पंचांग, 8 अप्रैल 2024

आज की तिथि- अमावस्या – 11:50 पीएम तक, फिर प्रतिपदा तिथि
आज का नक्षत्र- उत्तर भाद्रपद – 10:12 एएम तक, उसके बाद रेवती
आज का करण- चतुष्पाद – 01:34 पीएम तक, नाग – 11:50 पीएम तक, किंस्तुघ्न
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का योग- इन्द्र – 06:14 पीएम तक, ​फिर वैधृति
आज का दिन- सोमवार
चंद्र राशि- मीन

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:03 एएम
सूर्यास्त- 06:43 पीएम
चन्द्रोदय- चन्द्रोदय नहीं
चन्द्रास्त- 06:25 पीएम
अभिजीत मुहूर्त- 11:58 एएम से 12:48 पीएम तक
ब्रह्म मुहूर्त- 04:32 एएम से 05:18 एएम तक

सूर्य ग्रहण का समय
रात 09 बजकर 12 मिनट से देर रात 01 बजकर 20 मिनट तक.

सोमवती अमावस्या का स्नान-दान समय
सोमवती अमावस्या पर आप ब्रह्म मुहूर्त से स्नान और दान कर सकते हैं.

अशुभ समय
राहुकाल – 07:38 एएम से 09:13 एएम तक
गुलिक काल – 01:58 पीएम से 03:33 पीएम तक
पंचक – पूरे दिन
दिशाशूल – पूर्व

शिववास
गौरी के साथ – 11:50 पीएम तक, उसके बाद श्मशान में