आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार ज्यादातर लोगों को सख्त और कठोर लगते हैं, लेकिन उनकी बातें जीवन का वास्तविक सत्य हैं. उनका बताई बातें आज भी लोगों का मार्गदर्शन करती हैं. आचार्य चाणक्य ने तरक्की हासिल करने के कई राज बताएं हैं, जिन लोगों ने इसे जान लिया, इन पर गौर कर लिया असफलता उन्हें छू भी नहीं सकती. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में बताया है दुखी लोगों को सिर्फ तीन बातों से ही शांति मिलती है.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, जिस तरह दूध न देने वाली और गर्भ न धारण करने वाली गाय से कोई लाभ नहीं होता. उसी प्रकार अगर पुत्र विद्वान है और माता-पिता की सेवा करने वाला न हो तो उससे किसी प्रकार का लाभ नहीं हो सकता.चाणक्य के मुताबिक, एक योग्य पुत्र जीते-जी अपने माता-पिता को स्वर्ग का सुख दे सकता है.

इसलिए पुत्र की शिक्षा और बर्ताव पर खास ध्यान देने की जरूरत है.आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सुखी जीवन के लिए पतिव्रता स्त्री का अहम योगदान होता है. पतिव्रता स्त्री के कर्म से घर में किसी तरह की कमी नहीं मिलती.चाणक्य नीति के अनुसार, पतिव्रता स्त्री हर मुश्किल से मुश्किल घड़ी का सामना करके अपने परिवार को बचाने की कोशिश करती है.

ठीक इसी तरह, सज्जनों की संगत से इंसान का भला होना तय है. चाणक्य कहते हैं कि हमेशा ऐसे लोगों की संगत करो, जिससे आप आगे बढ़ें.
चाणक्य नीति के अनुसार, बुरी संगत वाले लोगों से दूरी बनाए रखना ही जरूरी है. ऐसे लोगों की संगत में रहने से इंसान बर्बाद हो जाता है.