नई दिल्ली । बाहरी दिल्ली की छह सड़कों पर लगने वाले जाम से वाहन चालक खासे परेशान हैं। लोग जाम से निजात के लिए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई बार इस जाम में आपातकालीन वाहन एंबुलेंस व फायर गाड़ियां भी जाम में फंसी रहती हैं। मरीज समय पर अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते हैं। सुबह व शाम के समय इन सड़कों पर गाड़ियों का काफी दबाव रहता है। जिससे काफी समय तक जाम में जूझते रहते हैं। जीटी करनाल हाई-वे किसानों के दिल्ली कूच के एलान को देखते हुए, दिल्ली पुलिस ने भलस्वा लैंडफिल साइट के पास बीते 14 फरवरी को जीटी करनाल हाई-वे पर लोहे व सीमेंट के बैरिकेड्स लगाए थे। जो अभी तक लगे हुए हैं। यहां दो लेन बंद होने से सिंघु से मुकरबा चौक की ओर आने वाले वाहनों की रफ्तार की यहां आते ही थम जाती है। सुबह व शाम यहां भलस्वा से स्वरूप नगर तक करीब दो किलोमीटर तक लंबा जाम लग जाता है। पहले यह दूरी चार से पांच मिनट में वाहन चालक तय कर लेते थे, अब 20 से 30 मिनट लग रहा है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी का कहना है कि दो लेन से वाहनों निकल रहे हैं, आगे जैसा निर्देश मिलेगा, हम इसपर काम करेंगे। यहां जाम न लगे यातायात पुलिस की तैनाती की गई है। हैदपुर बादली मोड़ बाहरी रिंग रोड पर हैदरपुर बादली मोड़ के पास बोटल नेक होने के कारण यहां छह लेन का यातायात चार लेन में सीमटने से जाम लग जाता है। यहां रेलवे पुल की चौड़ाई कम होने से जाम की समस्या बनी हुई है। इस जाम में रोजाना सैकड़ों वाहन फंसे रहते हैं। पीतमपुरा की ओर से एलिवेटेड रोड से बिना रूके आने वाले वाहन यहां आते ही जाम में फंस जाते हैं। इस रोड के दोनों तरफ कई किलोमीटर तक जाम लग जाता है। इस जाम से निजात के लिए रेलवे पुल की चौड़ाई जरूरी है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी व रेलवे के बीच कई दौड़ की बैठक भी हो चुकी है। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने बताया कि उम्मीद है आगामी बैठक में आपसी सहमति बनने पर जल्द इस पुल की चौड़ाई बढ़ाई जा सकती है। बाहरी रिंग रोड मेट्रो के निर्माण कार्य के वजह से प्रशांत विहार से रोहिणी जेल मोड़ तक लोग जाम फंस रहे हैं। करीब तीन किलोमीटर का सफर लोग करीब 30 से 40 मिनट में तय कर रहे हैं, जबकि पहले पांच से सात मिनट का समय लगता था। मेट्रो निर्माण की वजह से तीन लेन की सड़क अब डेढ लेन की ही रह गई है। वहीं, केएन काटजू मार्ग से आने वाले वाहन बाहरी रिंग रोड पर आते ही जाम में फंस रहे हैं। निर्माण स्थल पर धूल भी काफी उड़ रही है। इसके अलावा रिठाला मेट्रो स्टेशन के नीचे बेतरतीब खड़े ई-रिक्शा व अन्य वाहनों के कारण लोग जाम में फंस रहे हैं।