पंजाब के गुरदासपुर जिले की कमालपुर चौकी पर रविवार की रात करीब 10 बजकर 10 मिनट पर बीएसएफ के जवानों ने एक ड्रोन देखा। जवानों ने ड्रोन की पर फायरिंग की, इसके बाद ड्रोन पाकिस्तान की ओर लौट गया। बीएसएफ के जवानों ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया हुआ है।

सरहद पार से ड्रोन के जरिये हो रही नशे और हथियारों की तस्करी को रोकने में पंजाब पुलिस अब माहिर बनेगी। पुलिस ने अपने सीनियर अफसरों को नामी एरोनॉटिकल कंपनियों से ट्रेनिंग दिलाने का फैसला लिया है। ट्रेनिंग में उन्हें ड्रोन के क्षेत्र प्रयोग की अति आधुनिक तकनीकों के बारे में विस्तार से समझाया गया। उम्मीद है कि इसके बाद ड्रोन का भारतीय क्षेत्र में घुसना आसान नहीं होगा। कुछ समय से इलाके में पड़ रही धुंध की वजह से सरहदी एरिया में ड्रोन की समस्या गंभीर हो गई है। पुलिस ने अब अपने सीनियर अफसरों को एरोनॉटिकल कंपनियों में इस संबंधी उचित ट्रेनिंग दिलाने की तैयारी की है। जब ये अफसर नई तकनीक सीख जाएंगे तो इन्हीं पर अन्य अधिकारियों को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी रहेगी। हालांकि पहले पंजाब पुलिस व बीएसएफ मिलकर ड्रोन से निपटने में जुटे हुए हैं। 

छह जिलों में ड्रोन का सबसे ज्यादा आतंक
राज्य के छह जिलों में ड्रोन से हथियारों और नशे की तस्करी मुसीबत बनी हुई है। ये जिले फाजिल्का, फिरोजपुर, तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट और गुरदासपुर हैं। हालांकि इस एरिया में बीएसएफ पहले ही काम रही है। इसके अलावा ग्रामीण चौकसी कमेटियां गठित की गई हैं। उम्मीद है कि इससे पुलिस का नेटवर्क भी मजबूत होगा।