गुरुग्राम | सदर्न पेरिफेरल रोड  पर एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास सोमवार को लावारिस हालत में नवजात बच्ची मिली। पुलिस ने बुधवार को बताया कि बच्ची को कंबल की कई परतों में लपेटा गया था और राहगीरों ने जब बंडल को देखा तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने बाद में पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि एक आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन मौके पर पहुंचा और बच्ची को सेक्टर 10ए के एक सरकारी अस्पताल में ले गए। बच्ची लगभग 10 दिन की होगी।

घटनास्थल के पास एक व्यावसायिक इमारत की महिला सुरक्षा गार्ड ने सबसे पहले उस बंडल को देखा जिसमें कुछ हलचल हो रही थी। इसके बाद उसने एक ऐप बेस्ड बाइक चालक संदीप कुमार को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कुमार ने ही पुलिस वाहन के जरिए बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। एसपीआर थाना प्रभारी सब-इंस्पेक्टर उमेश कुमार ने कहा कि बच्ची को एक बैरिकेड के पास छोड़ दिया गया था।

उन्होंने कहा, 'घटनास्थल के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। अन्य सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली गई, लेकिन कोई संदिग्ध वाहन नजर नहीं आया।' गुरुग्राम बाल कल्याण समिति की सदस्य सोनिया यादव ने बताया कि नवजात का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा, 'एक बार जब वह ठीक हो जाएगी, तो उसे गोद लेने के लिए फरीदाबाद में हरियाणा सरकार द्वारा संचालित स्पेशल एडॉप्शन एजेंसी को भेजा जाएगा।'