नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली के मेयर चुनाव के लिए हो रहे चुनाव के बीच आप और भाजपा पार्षदों के बीच हाथापाई और मारपीट के कारण सदन को स्थगित करना पड़ा है। अब आगामी सदन की तारीख को दिल्ली महापौर का चुनाव होगा, जिसकी तारीख उपराज्पाल विनय कुमार सक्सेना तय करेंगे।सिविक सेंटर में आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षदों में हुए हंगामे के बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि MCD में अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए और कितना गिरोगे भाजपा वालो। उन्होंने कहा कि चुनाव टाले, पीठासीन अधिकारी की गैरकानूनी नियुक्ति, मनोनीत पार्षदों की गैरकानूनी नियुक्ति, और अब जनता के चुने पार्षदों को शपथ न दिलवाना। अगर जनता के फैसले का सम्मान नहीं कर सकते तो फिर चुनाव ही किस लिए?

भाजपा पर आप पार्षद ने लगाया आरोप

AAP पार्षद प्रवीन कुमार ने कहा कि भाजपा गुंडागर्दी कर रही है। चुने गए पार्षदों की बजाय मनोनीत सदस्यों की पहले शपथ दिलाई जा रही है। जब हमने इसका विरोध किया और पहले निर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण कराने की मांग की तो हंगामा हो गया।

मीनाक्षी लेखी ने आप पर लगाया आरोप

सिविक सेंटर में बरपे हंगामे पर भाजपा और आप एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि आप पार्षदों द्वारा हंगामा किया जा रहा है, क्योंकि नियमों के बारे में कुछ भी पता नहीं है। जब वो बहुमत में हैं, तो उन्हें किस बात का डर है। उन्होंने कहा कि आप के सांसद राज्यसभा में भी ऐसा ही करते हैं।

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के मुख्यालय सिविक सेंटर में जीते पार्षदों को पद व गोपनीयता की शपथ के साथ महापौर, उपमहापौर व स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव होगा। आपको बता दें कि 7 दिसंबर को एमसीडी चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें और बीजेपी ने 104 सीटें जीती थीं। वहीं कांग्रेस को 9, जबकि अन्य को 3 सीटें मिली थीं।

उपराज्यपाल ने मेयर चुनाव की प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए पीठासीन अधिकारी के रूप में सत्या शर्मा को नामित किया है। इसके लिए सिविक सेंटर में चौथी मंजिल पर स्थित अरुणा आसफ अली सभागार में मेज, कुर्सियों की साफ सफाई व पालिश संबंधी कार्य पूरा कर लिया गया है। वहीं, मतदान के लिए दो मतदान बूथों का निर्माण किया है।

पिछले माह संपन्न हुए 250 सीटों वाले नगर निगम के चुनाव में 15 सालों के भाजपा के किले को आम आदमी पार्टी (आप) ने बहुमत से ढहा दिया है। उसे जहां 134 सीटें मिली हैं, वहीं, भाजपा के खाते में 104 सीटें ही आई हैं, जबकि चुनाव बाद एक-एक निर्दलीय प्रत्याशियों ने आम आदमी पार्टी और भाजपा का दामन थामा है।

भाजपा ने महापौर व उपमहापौर के लिए प्रत्याशी उतारकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। जबकि स्थायी समिति के कुछ छह सदस्यों के लिए मतदान में से उसके दो सदस्य जीतने निश्चित हैं, लेकिन उसने तीसरे सदस्य पर भी दांव आजमाने के लिए तीसरा प्रत्याशी भी उतारा है।चुनाव के लिए एमसीडी ने तीन अलग-अलग मत पेटी तैयार की हैं। महापौर के चुनाव के लिए सफेद रंग की मत पेटी, उपमहापौर के चुनाव के लिए हरे रंग की मत पेटी व स्थाई समिति सदस्यों के चुनाव के लिए गुलाबी रंग की मत पेटी निर्धारित की गई हैं। पूरी प्रक्रिया सुचारू रूप से चले इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं।