दिल्ली | एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण बीस सालों में इस बार मई के महीने में चौथी बार सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। वर्ष 2008 में सबसे अधिक 165 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। जबकि इस साल मई के महीने में 111 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण मई के महीने में औसत अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस ही रहा। इससे पहले वर्ष 1987 में मई इतनी ठंडी रही थी जब मई के महीने में औसत अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, दिल्ली में 36 साल बाद मई का महीने सबसे ठंडा दर्ज किया गया।

उत्तर भारत समेत दिल्ली एनसीआर में बीते कुछ दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है। लगातार हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो रही है। मई के महीने में 11 दिन बारिश हुई है। पूरे महीने में 111 मिमी बारिश हो चुकी है। बारिश का यह दौर बुधवार सुबह से रात तक जारी रहा। विभिन्न इलाकों में अलग-अलग समय पर रुक-रुककर तेज बारिश होती रही। इस कारण से मई के अंतिम दिन ठंड का अहसास हुआ। तेज हवाओं व बारिश के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री तक लुढ़क गया।

अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से छ: डिग्री कम 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।मौसम विभाग के उपमहानिदेशक डॉ कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार की मई में अन्य सालों के मुकाबले में मौसम सुहावना रहा है। वर्ष 2014 के बाद इस साल मई के महीने में लू नहीं चली है। वहीं पश्चिमी विक्षोभ के असर से बारिश भी हो रही है। इस कारण से मई का औसत अधिकतम तापमान भी 36.8 डिग्री सेल्सियस ही रहा है। इससे पहले वर्ष 1987 में मई में औसत अधिकतम तापमान 36 डिग्री गया था।