कई पूर्व कांगे्रसी सांसद भी विधायक टिकिट की दौड़ धूप में लगे
जयपुर । पिछले 9 साल से केन्द्र की सत्ता से दूर कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में सत्ता संभाल रही अशोक गहलोत सरकार की पुन: वापसी के लिए एडी चोटी का जोर लगा रखा है विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगी कांग्रेस अपना हर कदम फूंक फूंक कर रख रही है 2018 में जीते सभी विधायकों की अपने प्रभारियों द्वारा क्षेत्रीय आमजन में उनकी पैठ का त्रिस्तरीय सर्वे करवा लिया गया है तो केन्द्रीय कांग्रेस आलाकमान हर कीमत पर राजस्थान की सत्ता फिर कांग्रेस की बनाने के लिए उम्मीदवारों का चयन बड़ी बारीकी से कर रही है।
सूत्र बताते है कि करीब 40-50 रूलिंग विधायकों के टिकिट जिनमें मंत्री भी शामिल है काटने की चर्चा चल रही है चर्चा तो यहां तक की जा रही है कि जीताऊ उम्मीदवार के लिए पूर्व सांसद विधायको को चुनावी टिकिट दिया जा सकता है। शायद इसी लिए भी जब बॉयोडेटा कांग्रेस पार्टी ने छह महीने पहले मांगने शुरू किए थे उन बॉयोडेटा में पूर्व सांसद, पूर्व विधायको के मिले थे और पर्यवेक्षको की रिपोर्ट भी मांगी गई थी जिसमें पार्टी के कद्दावर नेताओं में शामिल मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने भी जीताऊ कंडीडेट को मैदान में उतारने के लिए बयान दिये थे। शायद उसी कड़ी में पार्टी में जो पूर्व सांसद टिकट मांग रहे हैं उनमें कई केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो पार्टी की सर्वोच्च कार्यसमिति में रह चुके हैं। अब विधानसभा चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं। कुछ नेता ऐसे हैं, जो पहले विधायक और राज्य में मंत्री भी रह चुके। माना जा रहा है कि पार्टी इनमें से कई बड़े चेहरों को मैदान में उतारेगी। पूर्व लोकसभा प्रत्याशी भी दावेदारी कर रहे है जिनमें संजय जाटव - करौली-धौलपुर से चुनाव हारे, अभी बसेड़ी से दावेदारी,वर्तमान में खिलाड़ी बैरवा कांग्रेस विधायक, रतन देवासी- लोकसभा चुनाव जालोर-सिरोही से हारे, रानीवाड़ा से दावेदारी, ज्योति खंडेलवाल- जयपुर से लोकसभा चुनाव लड़ी, अब हवामहलऔर किशनपोल से दावेदारी, नमोनारायण मीणा - दो बार सांसद और केंद्र में मंत्री रहे, बामनवास सीट, अभी कांग्रेस की इंदिरा मीणा विधायक, मानवेन्द्र सिंह- बाड़मेर से सांसद रहे, जैसलमेर अभी कांग्रेस के रूपाराम विधायक, रघुवीर मीणा - उदयपुर से सांसद रहे, कार्यसमिति सदस्य भी थे, पूर्व विधायक, सलूम्बर जितेन्द्र सिंह- अलवर से सांसद रहे, केंद्र में मंत्री पद भी संभाला, पूर्व विधायक अलवर शहर, गोपाल सिंह ईडवा- राजसमंद से सांसद रहे है जैतारण से दावेदारी कर रहे है वहीं बद्री जाखड़- पाली से सांसद रहे है दावेदारी बाली से जता रहे है ऐेसे में कांग्रेस भी टिकिट चयन प्रक्रिया में फूंक फूंक कर कदम रख रही है।