मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले ही मंच पर ही राजनैतिक गर्माहट शुरू हो गई है, जिसमें मुख्य ध्यान दो प्रमुख नेताओं, उद्धव ठाकरे और पृथ्वीराज चव्हाण के बीच खिंचाव के आसपास है। उद्धव ठाकरे ने पहले ही सीएम उम्मीदवार का दावा किया था, जबकि पृथ्वीराज चव्हाण ने अपनी पार्टी को सीएम पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया है। इसके बाद से नई बहस का सिलसिला शुरू हो गया है। चुनाव के बीच दोनों पक्षों के बीच सीटों का विवाद चल रहा है। चव्हाण दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिलने पर भी सीएम पद का हक उन्हें ही होगा। वहीं उद्धव ठाकरे की दावेदारी को भी जोखिम में डाल दिया गया है। पिछले लोकसभा चुनाव के बाद से चव्हाण ने भाजपा को लेकर कयास लगाया है, जबकि उद्धव ठाकरे ने सीमित सीटों के लिए भी दिशा स्थापित की है। विज्ञान जेडीएस के महाराष्ट्र में नेता ने सीएम पद पर कांग्रेस के दावे को लेकर भी ताना भरा है और उद्धव ठाकरे के गठबंधन के साथ नए विवाद की संभावना बताई है। यह सुनिश्चित है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक रोमांचकारी राजनीतिक उपहास भेद के रूप में देखा जा सकेगा। चुनाव के परिणामों के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी, जब पता चलेगा कि किसकी होगी राजनीतिक बर्बादी और किसने पाएगा सत्ता का खिताब।