भोपाल । मप्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी सरगर्मी तेज हो चुकी है। दावेदार क्षेत्र में लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए नित-नए प्रयोग कर रहे हैं। लेकिन इस बार मिशन 2023 में टिकट के दावेदारों ने मतदाताओं को आकर्षित करने और अपनी सियासी ताकत दिखाने के लिए धर्म का सहारा ले रहे हैं। प्रदेशभर में नेता अपने-अपने क्षेत्र में धार्मिक कथा करा रहे हैं। वहीं प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में धार्मिक कथाओं के बाद अब रूद्राक्ष वितरण का कार्यक्रम चल रहा है। नेता अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में घर-घर रूद्राक्ष का वितरण किया जा रहा है।
कभी राम के सहारे अपनी राजनीतिक वैतरणी पार करने वाली भाजपा के बाद अब कांग्रेस के नेता भी धर्म की राजनीति में उत्तर आये है दावेदारों के साथ साथ वर्तमान विधायक भी धार्मिक यात्राओं के बाद शिव के सहारे अपनी चुनावी वैतरणी पार कराने में लग गए है विधानसभा 1, 4 व 5 में रुद्राक्ष व शिवपुराण में नेता अपनी दावेदारी कर रहे है। इसी के चलते घर-घर पंचमुखी रुद्राक्ष बांटे जा रहे है। एक अनुमान के अनुसार इंदौर में इन दिनों 15 लाख से अधिक रुद्राक्ष पहुंच चुके है। वैसे तो इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक पांच में कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही उम्मीदवार फिलहाल तय नहीं हैं, लेकिन सांसद से विधायक का चुनाव लड़ चुके सत्यनारायण पटेल और देपालपुर से पूर्व विधायक व रेनेसां यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति स्वपनिल कोठारी अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं। इन दोनों ही ने जन-जन तक पहुंचने के लिए रुद्राक्ष वितरण और धार्मिक आयोजनों को माध्यम बनाया है। इसी तरह विधानसभा 4 में गौड़ परिवार की खिलाफत करने वाले में गंगा मिश्रा भी घर-घर रुद्राक्ष बांट रहे हैं, लोकेंद्रसिंह गौड़ और राजसिंह गौड़ भी शिव महापुराण करवा रहे हैं। विधानसभा दो में रमेश मेंदोला भी घर-घर रुद्राक्ष बांट रहे हैं। हर वार्ड में यह रुद्राक्ष वितरण का कार्य जारी है। विधानसभा 1 में विधायक संजय शुक्ला शुरू से ही सभी धर्मों के लोगो को अपनी आवश्यकता अनुसार वार्ड स्तर पर धार्मिक यात्राएं करवा रहे है कथाओं के सहारे कभी भाजपा नेता अपनी धार्मिक उपस्थिति दर्ज कराते थे शुक्ला भी इसी तर्ज पर बड़ी कथाएं करवा चुके है तो अब वे वार्ड स्तर पर पूरे सावन माह महारुद्राभिषेक करवा रहे है उनके बैनर पोस्टर में कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ प. प्रदीप मिश्रा भी नजर आ रहे है।
दावेदार करा रहे तरह-तरह के आयोजन
टिकट की आस लगाने वाले नेता अपने-अपने क्षेत्र में तरह-तरह के धार्मिक आयोजन कर रहे हैं। विधानसभा 4 से टिकट का सपना संजोए अक्षय कांति बम भी चल पड़े है और अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे है नए नवेले अक्षय ने गर्मी में पानी के टैंकर चलवाने के प्रयास किये तो अब 9 दिवसीय शिव महापुराण करवाने के साथ ही सवा लाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर अभिषेक करवा रहे है हालांकि बम की टीम बेहद कमजोर है और कांग्रेसी भी कह रहे है कि पिछलों से कमजोर साबित होंगे लेकिन उम्मीद के सहारे अक्षय मैदान पकड़े हुए है और अब धर्म के सहारे अपनी पहचान बनाने में लगे है। एक अन्य नए नवेले दावेदार राजा मांधवानी भी मैदान में आ गए है वो पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के सहारे विधानसभा 4 के चुनावी सपने देख रहे है। मांधवानी अब द्वारकापुरी क्षेत्र में राशन बाट रहे तो सिंधी समाज को साधने में लगे है उनके साथ बैठके कर रहे है यहां सिंधी समाज बड़ी संख्या में है बिल्डर से नेता बने राजा मांधवानी अब विधानसभा की बिसात बिछा रहे है। कांग्रेसी बता रहे है कि वे 10 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च चुनाव से पहले ही करने की तैयारी कर चुके हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी घर बुलाकर मदद कर रहे हैं, जो नहीं आ पा रहे हैं उनके घर मदद पहुंंच रही है। वही विधानसभा 5 में पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल व स्वपनिल कोठारी भी धार्मिक आयोजन करवा रहे है यहां से पटेल विधायक रह चुके है और पिछला चुनाव बहुत कम मतों से हारे थे इसलिए फिर मैदान में है पटेल अब कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव भी है और प्रियंका गांधी के नजदीक हो गए है पटेल 5 लाख रुद्राक्ष के साथ बेलपत्र व तुलसी घर घर बटवा रहे है नि:शुल्क पटेल की इस राजनीतिक सेवा में 5 लाख शिव आराधना स्त्रोत भी है जो उनको घर घर पहुंचा रहे है। वैसे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नजदीकी हो गए स्वप्निल कोठारी शिव चालीसा व रुद्राक्ष का वितरण करवा रहे है साथ ही द्वादश ज्योतिर्लिंग का पूजन भी करवाने निकल पड़े है। पहले दोनों दलों के नेता कलश यात्रा व भोजनभण्डारे में विश्वास रखते है अब रुद्राक्ष वितरण इनका सहारा बन रहा है भाजपा के नेता भी अब मैदान पकडऩे वाले है और नए दावेदार सिंग्नल मिलने के बाद बड़े आयोजन की तैयारी में भी लग गए हैं। वहीं देपालपुर में विशाल पटेल तो राऊ में जीतू पटवारी, सांवेर में तुलसी सिलावट लगातार धार्मिक आयोजन करवाने में जुटे हैं। सांवेर में रीना बौरासी शिव महापुराण कथा का आयोजन करा रही हैं। इसी बहाने लोगों तक पहुंचने का प्रयास और अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने के प्रयास में ये जुटे हैं।