राजस्थानी भाषा के पुरूस्कारो के आवेदन की अंतिम तिथि 29 सितंबर
जयपुर । राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20, 2020-21 तथा 2021-22 के तहत अकादमी के विभिन्न पुरस्कारों हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। सभी पुरस्कारों के आवेदन की अंतिम तिथि 29 सितंबर 2023 है, इस तिथि के बाद प्राप्त आवेदन किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किये जायेंगे। अकादमी कार्यालय में अध्यक्ष शिवराज छंगाणी, उपाध्यक्ष भरत ओला एवं अकादमी सचिव शरद केवलिया ने इस संबंध में विज्ञप्ति जारी करी।
अकादमी अध्यक्ष शिवराज छंगाणी ने बताया कि अकादमी के गत 3 वर्षों के विभिन्न पुरस्कारों के अन्तर्गत 71 हजार रुपये का सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार (2019 में गद्य, 2020 में पद्य एवं 2021 में गद्य), 51 हजार रुपये प्रत्येक के शिवचन्द्र भरतिया गद्य पुरस्कार (निबंध, एकांकी, नाटक, यात्रा संस्मरण, रेखाचित्र आदि), गणेशीलाल व्यास उस्ताद पद्य पुरस्कार तथा मुरलीधर व्यास राजस्थानी कथा साहित्य पुरस्कार (कहानी, उपन्यास), 31 हजार रुपये प्रत्येक के रावत सारस्वत साहित्यिक पत्रकारिता पुरस्कार, प्रेमजी प्रेम राजस्थानी युवा लेखन पुरस्कार, राजस्थानी महिला लेखन पुरस्कार, बावजी चतरसिंह जी अनुवाद पुरस्कार, सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार व जवाहरलाल नेहरू राजस्थानी बाल साहित्य पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।छंगाणी ने बताया कि वर्ष 2022-23 में अकादमी से पुरस्कृत लेखक पिछले तीन वर्षों (2019, 2020, 2021) के किसी भी पुरस्कार में आवेदन नहीं कर सकेंगे। इसी प्रकार वर्ष 2023-24 में जिन साहित्यकारों की पुस्तकों के लिये यदि पुरस्कार घोषित होते हैं, तो उनके द्वारा पिछले तीन वर्षों (2019, 2020, 2021) के पुरस्कारों के लिये किये गये आवेदन स्वत: ही निरस्त माने जायेंगे।अकादमी उपाध्यक्ष भरत ओला ने बताया कि अकादमी का सर्वोच्च सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार वर्ष 2019 में गद्य विधा, 2020 में पद्य विधा एवं 2021 में गद्य विधा में दिया जायेगा। सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार के तहत वर्ष 2019 के पुरस्कार हेतु राजस्थानी गद्य की पुस्तक 01 जनवरी 2013 से 31 दिसम्बर 2018 के मध्य प्रकाशित होनी चाहिए। 2020 के पुरस्कार हेतु राजस्थानी पद्य की पुस्तक 01 जनवरी 2014 से 31 दिसम्बर 2019 के मध्य प्रकाशित होनी चाहिए। 2021 के पुरस्कार हेतु राजस्थानी गद्य की पुस्तक 01 जनवरी 2015 से 31 दिसम्बर 2020 के मध्य प्रकाशित होनी चाहिए।