कोटा को जल्द मिलेगी सौगात
कोटा. नया साल कोटा (Kota) के लिए सौगातें लेकर आ रहा है. भूटान की राजधानी थिम्पू (Capital Thimphu) के बाद देश के एजुकेशन हब कोटा शहर को भी ट्रैफिक सिग्नल फ्री (Traffic signal free) करने की तैयारी चल रही है. इसके अलावा कोटा में बनारस की तरह हेरिटेज रिवर फ्रंट (River front) का प्रोजेक्ट पूरा होगा. पर्यटकों को हेलिकॉप्टर (Helicopter ride) से कोटा दर्शन कराने की भी प्लानिंग है. इन विकास कार्यों (Development work) को मार्च 2022 पूरा करने का टारगेट है.
कोटा का देशभर में कोचिंग सिटी के रूप में नाम है. देशभर से हर साल यहां हजारों छात्र कोचिंग आते हैं, इनके साथ शुरू में अभिभावक भी होते हैं. ऐसे में कोटा को दर्शनीय बनाने की राज्य सरकार की कई योजनाएं पाइप लाइन में हैं, जिन्हें इसी साल पूरा करना है.
शहर के 20 चौराहे पूरी तरह से ट्रैफिक सिग्नल फ्री होंगे
कोटा को बेहतरीन शहर नियोजन का उदाहरण पेश करने की योजना बनाई गई है. इसके तहत यहां पर कई विकास कार्य कराए जाने की तैयारी चल रही है तो कुछ कार्य प्रगति पर भी हैं. इसी कड़ी में 20 चौराहों वाले इस शहर को पूरी तरह से ट्रैफिक सिग्नल फ्री बनाया जाएगा. साथ ही यहां अंडरपास और ओवरब्रिज बनाने के लिए भी प्लानिंग की जा रही है.
बनारस की तर्ज पर बनेंगे हेरिटेज रिवर फ्रंट और 30 घाट
इस कार्य के अलावा उत्तर प्रदेश के बनारस की तरह ही चंबल के दोनों किनारों पर तीन किमी के दायरे (कोटा बैराज से नयापुरा तक) में हेरिटेज रिवर फ्रंट भी बनाया जा रहा है. यहां पर 30 घाट बनेंगे. इस प्रोजेक्ट पर सरकार की ओर से 700 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. रिवर फ्रंट का डिजाइन हाड़ौती और राजपूताना आर्किटेक्चर पर आधारित होगा, जिसे जयपुर के आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया ने डिजाइन किया है.
सैलानियों को हेलीकॉप्टर राइड, क्रूज चलाने की भी योजना
रिवर फ्रंट के किनारे माता चर्मण्यवती की 40 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई जाएगी. साथ ही क्रूज भी चलेंगे. योजना के अनुसार यहां वाटर पार्क भी बनाया जाएगा. यहां पर 12 देशों का स्ट्रीट फूड, हैंडीक्राफ्ट बाजार और खूबसूरत गार्डन भी होंगे. इन गार्डन में रोशनी का अनूठा डिजाइन नजर आएगा. पेड़ों पर लाइटिंग होगी, ताकि नाइट लाइफ बेहतर नजर आए. इसके अलावा यहां पर सैलानियों को हेलीकॉप्टर राइड की सुविधा भी मिलेगी ताकि वे कोटा दर्शन सकें. इन विकास कार्यों को शुरू हुआ छह माह बीत चुके हैं, जिसे मार्च 2022 पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.