आखिरी पत्र लिख कोटा के छात्र ने पांच साल के लिए घर छोड़ा...
कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में हर साल लाखों छात्र अपना भविष्य संवारने के लिए देश के कोने-कोने से पढ़ाई करने जाते हैं। इसमें से कुछ हजारों छात्रों को ही सफलता हाथ लगती है, जबकि बाकि के छात्र फिर से सफलता का स्वाद चखने के लिए जी-जान से पढ़ाई में जुट जाते हैं।
दरअसल, गंगारामपुर के बामनवास का रहने वाला 19 साल का छात्र राजेंद्र मीना कोटा में मेडिकल की प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी कर रहा था। राजेंद्र ने कुछ दिनों पहले पहने माता-पिता को पत्र लिखकर कहा कि वह आगे नहीं पढ़ना चाहता, इसलिए वह पांच साल के लिए घर छोड़ रहा है।
माता-पिता को साल में एक बार फोन करने का वादा
छात्र ने अपने पास आठ हजार रुपये और साल में एक बार फोन करने का वादा करते हुए अपने माता-पिता को लिखा कि वह पांच साल के लिए घर छोड़ रहा है। पुलिस के मुताबिक, राजेंद्र के पिता जगदीश मीना ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। परिजनों को छात्र के लापता होने की जानकारी तब हुई जब उनके मोबाइल पर राजेंद्र का मैसेज आया।
मोबाइल फोन बेचकर सिम कार्ड तोड़ रहा हूं- छात्र
राजेंद्र के मैसेज में लिखा, "मैं घर छोड़ रहा हूं और मुझे आगे की पढ़ाई नहीं करनी है। मेरे पास आठ हजार रुपये हैं और मैं पांच साल के घर से जा रहा हूं। मैं अपना मोबाइल फोन बेचकर सिम कार्ड तोड़ रहा हूं। मां से कह देना कि वह मेरी चिंता न करें। मैं कोई गलत कदम नहीं उठाऊंगा। मेरे पास सभी के नंबर हैं। अगर जरूरत होगी तो साल में एक बार जरूर फोन करूंगा।"
पुलिस ने छात्र की तलाशी शुरू की
छात्र राजेंद्र के पिता के मुताबिक, राजेंद्र 6 मई को लापता हो गया था। वह दोपहर 1.30 बजे कोटा में अपनी पीजी से निकला था। उसका मैसेज मिलने के बाद, परिवार के सदस्यों ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। साथ ही खुद भी उसकी तलाश शुरू कर दी।
फिलहाल छात्र के बारे में कोई सुराग नहीं लग पाया है, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।