पंजाब में एक बार फिर से हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग का खतरा मंडराने लगा है। उनको मारने की पाकिस्तान से साजिश रची जा रही है। पिछले दो दिन की घटनाओं ने केंद्र सरकार से लेकर सूबे की काउंटर इंटेलिजेंस टीम के माथे पर बल डाल दिए हैं। पांच साल पहले भी पंजाब में टारगेट किलिंग में कई हिंदू नेताओं को जान से हाथ धोना पड़ा था,जिसमें प्रदेश के आरएसएस के सह संचालक बिग्रेडियर जगदीश गगनेजा भी शामिल थे।आतंकवाद को दोबारा जिंदा करने की कोशिश की जा रही है,उसमें भी टारगेट हिंदू संगठन हैं।

आरएसएस व हिंदू नेता निशाने पर
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक पंजाब में हिंदू नेता निशाने पर हैं। पंजाब में आरएसएस व शिवनेता नेताओं की हत्या की साजिश पाकिस्तान में रची जा रही है ताकि सूबे का माहौल खराब किया जा सके।पुलिस के मुताबिक गुरुवार को टिब्बा रोड स्थित ग्रेवाल कॉलोनी में पंजाब शिवसेना के नेता अश्विनी चोपड़ा के घर पर मोटरसाइकिल पर आए दो बदमाशों ने कथित तौर पर फायरिंग की थी।

फरवरी में मिला था इनपुट, पंजाब में हिंदू नेताओं को खतरा
फरवरी में केंद्रीय गुप्तचर एजेंसी ने पंजाब की एजेंसियों को आगाह किया था कि सूबे में हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग की साजिश रची जा रही है और उनकी हत्या कर सनसनी फैलाई जा सकती है। पंजाब सरकार ने हिंदू नेताओं की सुरक्षा तो बढ़ा दी लेकिन हत्यारे फिर भी वारदात करने में कामयाब हो गए।

दरअसल, हरियाणा पुलिस ने फरवरी माह में चार आतंकवादियों को जुआं गांव से सागर उर्फ बिन्नी, जतिन, सुनील और गांव राजपुर से सुरेंद्र उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया था। इनके पास से एके-47 सहित विदेशी पिस्टल और कारतूस बरामद हुए थे। ये खालिस्तान टाइगर फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से जुड़े आतंकियों के लिए काम कर रहे थे।