जयपुर। करौली हिंसा के 12 दिन बाद गहलोत ने सरकार ने कलेक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत को वहां से हटा दिया है। उनके स्थान पर आईएएस अंकित सिंह को करौली का कलेक्टर लगाया है। शेखावत को आयुक्त विभागीय जांच बनाया गया है। इसके साथ ही गहलोत ने आधी रात को ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव करते हुये 69 आईएएस अधिकारियों के तबादले भी कर दिये हैं। इसमें सचिवालय से लेकर जिला स्तर पर बड़े बदलाव किये गये हैं। तबादला सूची में करौली समेत पांच जिलों को कलेक्टर और तीन संभागों के आयुक्त बदले गये हैं।
  कार्मिक विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार 7 आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। वहीं दो आरएएस अधिकारी भी बदले गये हैं। नगर निगम जयपुर ग्रेटर के आयुक्त को भी बदल दिया गया है। वहां से यज्ञमित्र देव को हटाकर महेंद्र सोनी को आयुक्त बनाया गया है। यज्ञमित्र सिंह देव को मानवाधिकार आयोग में सचिव बनाया गया है। तबादला सूची के अनुसार वीनू गुप्ता को एसीएस उद्योग, सुबोध अग्रवाल को एसीएस खान एवं पेट्रोलियम, सुधांश पंत को अध्यक्ष प्रदूषण नियंत्रण मंडल, शिखर अग्रवाल को प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण और श्रेया गुहा को प्रमुख सचिव सहकारिता विभाग बनाया गया है। विकास भाले को संभागीय आयुक्त जयपुर, डॉ पृथ्वी राज को सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य, रवि जैन को आयुक्त जयपुर विकास प्राधिकरण और गौरव गोयल को मुख्यमंत्री का सचिव बनाया गया है।
  करौली के अलावा बांसवाड़ा, अलवर, प्रतापगढ़ और जालोर के कलेक्टर भी बदल दिये गये हैं। बांसवाड़ा में प्रकाशचन्द्र शर्मा, अलवर में नकाते शिव प्रसाद, प्रतापगढ़ में सौरभ स्वामी और जालोर में निशांत जैन को कलेक्टर लगाया गया है। इसी तरह जयपुर के साथ ही भरतपुर और जोधपुर के संभागीय आयुक्त भी बदले गये हैं। जोधपुर संभाग की कमान वरिष्ठ आईएएस जितेन्द्र कुमार और भरतपुर संभाग की बागडोर सांवरमल वर्मा को सौंपी गई है। उल्लेखनीय है कि करौली हिंसा के बाद राजस्थान के कई शहरों में धारा-144 लगाई जा चुकी है। करौली हिंसा के बाद बीजेपी सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमलावर हो रही है। बीजेपी इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का प्रयास कर रही है। करौली हिंसा पर प्रदेश में सियासत जमकर गरमायी हुई है।