टेरर फंडिंग मामले में हुर्रियत कार्यकर्ताओं के घरों और ठिकानों पर छापेमारी की
जम्मू-कश्मीर । जम्मू-कश्मीर राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने श्रीनगर में शनिवार सुबह फंडिंग मामले में हुर्रियत कार्यकर्ताओं के घरों सहित कई ठिकानों पर छापे मारे। इस बीच एजेंसी को कई दस्तावेज हाथ लगे हैं। मामले की लंबे समय से जांच चल रही है। प्रदेश जांच एजेंसी एसआइए ने कश्मीर घाटी में आतंकी और अलगाववादी मामलों की जांच के सिलसिले में एक हुर्रियत नेता सहित 12 लोगों के ठिकानों की तलाशी ली।
जानकारी के अनुसार एसआइए की टीम ने सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर बरजुला श्रीनगर स्थित हुर्रियत नेता मोहम्मद अशरफ और नादिरगुंड पीरबाग में मुश्ताक अहमद वानी के मकान की तलाशी ली। दर्दहारी करालपोरा कुपवाड़ा में मोहम्मद सईद बट आरपोरा पट्टन बारामुला में मुजफ्फर हुसैन बट के मकान की तलाश ली गई है। अन्य विवरण की प्रतीक्षा है।
इससे पहले 27 नवंबर को प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) पर और शिकंजा कसते हुए अनंतनाग जिले में संस्था से जुड़ी 90 करोड़ की संपत्तियों को एसआईए ने जब्त कर लिया था। इसमें कृषि भूमि बगीचे शॉपिंग कांप्लेक्स कार्यालय के साथ आवासीय ढांचे बने हुए हैं।
यह संपत्तियां जिले के 11 स्थानों पर हैं। संपत्तियों को जब्त करने का यह दूसरा मामला है। यूएपीए की धारा-8 के तहत अनंतनाग के डीसी ने एसआईए की संस्तुतियों पर इन संपत्तियों को अवैध घोषित कर दिया। इनमें एक कनाल चार मरला जमीन में दो मंजिला इमारत बनी है।
इसमें फ्लाह-ए-आम ट्रस्ट (एफएटी) का कार्यालय चल रहा है। इसके अलावा दांजीपोरा में जेईआई के नाम पर सर्वेक्षण संख्या 1299/956/496 अनंतनाग के शांगस में 12 मरला में बने दो मंजिला आवासों के साथ 16 और दस मरला जमीन जब्त की गई है।
इसके पहले भी एसआईए की टीम जिले की पांच तहसीलों में दबिश दे चुकी है। एसआईए से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि आतंकी गतिविधियों को फंड उपलब्ध न हो सके इसके लिए राजस्व दस्तावेजों में भी संशोधन करते हुए नाम हटाया जाएगा। यह कार्रवाई देश विरोधी तत्वों और टेरर नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए की गई है ताकि पूरा पारिस्थितिकी तंत्र नष्ट किया जा सके।