नई दिल्ली | पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को विंटर एक्शन प्लान की रिपोर्ट पर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस साल समय से पहले पराली व कूड़ा जलाने पर रोक, धूल प्रदूषण पर नियंत्रण, वार रूम व ग्रीन एप को उन्नत बनाने से बेहतर परिणाम आए हैं। इससे राजधानी के प्रदूषण में करीब 77 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। ऐसा दिल्ली सरकार के बेहतर निर्णयों की वजह से हुआ है।

दिल्ली सचिवालय में गोपाल राय की अध्यक्षता में हुई बैठक में पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी, वन एवं वन्यजीव विभाग, डीएसआईआईडीसी, एमसीडी, एनडीएमसी, डीडीए, राजस्व विभाग, जल बोर्ड, विकास विभाग, शिक्षा विभाग, दिल्ली पुलिस, डीटीसी, आई एंड एफसी, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में गोपाल राय ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से विंटर एक्शन प्लान के 15 बिंदुओं पर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल के नेतृत्व में प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं। इस बार सर्दियों में विशेष कदम उठाए गए। इसके परिणाम स्वरूप प्रदूषण कम हुआ। सरकार और विभिन्न विभागों के प्रमुखता के साथ काम करने का असर देखने को मिला है। हवा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। 2016 के मुकाबले प्रदूषण में 77 प्रतिशत की कमी आई है।

दस साल से पुराने डीजल और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहनों पर प्रतिबंध, ई-वाहन को बढ़ावा देने, निर्माण कार्यों पर रोक, ग्रीन एरिया बढ़ाना, पटाखों पर प्रतिबंध, पराली जलने पर रोक, ग्रीन वार रूम की स्थापना, औद्योगिक इकाइयों का पीएनजी से संचालन और सरकार द्वारा किए जा रहे तमाम प्रयासों की वजह से हवा में सुधार हुआ है। इस बार 4329 एकड़ भूमि पर बायो-डीकंपोजर का छिड़काव भी किया गया।