जयपुर जू में जल्द मिल सकती है खुशखबरी
जयपुर । राजधानी जयपुर जू से जल्द ही नए मेहमान आने की खुश खबरी दे सकता है जयपुर जू आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों को नन्हे पक्षियों को देखने का मौका मिलेगा वहीं, शुतुरमुर्ग का नन्हा पक्षी भी देखने को मिल सकता है, जिससे पर्यटकों को नन्हे पक्षी रोमांचित करेंगे। जयपुर जू के चिकित्सक डॉ. अशोक तंवर ने बताया कि इस बार जयपुर जू में नन्हे पक्षी आने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में इन पक्षियों की देखरेख—िनगरानी के लिए स्टाप तैनात किया हुआ है।
जयपुर जू में दुर्लभ प्रजातियों के पक्षियों के अंडे देने से बच्चें आने की संभावना जताई जा रही है. क्योंकि गर्मी अच्छी पड़ती है तो पक्षियों के अंडों से बच्चे निकलने की संभावना बनती है इस साल गोल्डन फेजेन्ट, सिल्वर फेजेन्ट, एमरेड फेजेन्ट दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों ने अंडे दिए है. वहीं, दुर्लभ प्रजाति का पक्षी शुतुरमुर्ग ने भी इस बार 9 अंडे दिए हैं, जिसमें एक अंडा क्रेक हुआ है. शुतर्मुग पक्षी खुले में अंडे देते है इन अंडों की देखरेख स्व्यं करते है यानी 24 घंटे मादा शुतुरमुर्ग और नर शुतुरमुर्ग आसपास रहते जिसमें एक पक्षी इन अंडों पर बैठा रहता है. जब खाने का समय होता है तो नर शुतुरमुर्ग इन अंडों पर बैठ जाता है, जिससे कोई भी पक्षी इन अंडों को नुकसान नहीं पहुंचा सके वहीं, वन विभाग की ओर से शुतुरमुर्ग के अंडों की सुरक्षा के लिए 4 वनकर्मी देखरेख के लिए अलग अलग समय पर ड्यूटी देते हैं, जिससे कोई भी पक्षी बाज, कौआ, चील सहित अन्य पक्षी आसपास नहीं आ सके शुतुरमुर्ग के अंडे से पहली बार नन्हा शुतुरमुर्ग निकलने की संभावना जताई जा रही है. क्योंकि एक पक्षी करीब साढ़े 4 लाख रुपये की किमत को होता है इस समय जयपुर जू में दो मादा शुतुरमुर्ग अवंती, देवसेना वहीं एक नर शुतुरमुर्ग है. एमरेल्ड फेजेन्ट दुर्लभ पक्षी दक्षिण पश्चिम चीन और म्यामांर में पाया जाता है यह एक शर्मिला पक्षी होता है. इसकी पूंछ लंबी और भूरे रंग की होती है और पंखों का रंग हराव सिर पर लाल रंग की केप होती है यह पक्षी 6 से 12 अंडे देता इसका प्रजनन मार्च से अप्रैल महिने में होता है. एक एक संरक्षित जलीय पक्षी है. सिल्वर फेजेन्ट दुर्लभ पक्षी चीन के जंगलों में पाया जाता है. इस नर का शरीर उपर से नीला चांदी की तरह सफेद होता है वहीं मादा बादामी रंग की होती है. इस पक्षी की चोंच से जमीन खोदकर भोजन तलाशती है. ये पक्षी 6 से 9 अंडे देते हैं. मार्च से जून में प्रजनन होता है।