राजस्थान के जोधपुर में जी-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है। दो फरवरी से शुरू हुआ शिखकर सम्मेलन चार फरवरी तक चलेगा। गुरुवार सुबह करवड़ स्थित आयुर्वेद विश्वविद्यालय में जी-20 सम्मेलन की शुरुआत योग के साथ हुई। शिखर सम्मेलन में आए 29 देशों के राजनायिकों ने योग कर अपने दिन की शुरुआत की। राजनायिकों के लंच का कार्यक्रम होटल ताज हरि महल में रखा गया था। 

जी- 20 शिखर सम्मेलन में दुनियाभर से विदेशी पावणा आए हुए हैं, जो जोधपुर और मारवाड़ की संस्कृति से रूबरू तो हो ही रहे हैं, साथ ही यहां की अपणायत से भी आत्मसात हो रहे हैं। नौपत धुनों पर विदेशी मेहमानों को शहर की होटलों में स्वागत सत्कार मारवाड़ी अंदाज में किया जा रहा है।

आज और कल शुक्रवार को हेरिटेज वॉक घंटाघर और तुरजी का झालरा पर रहेगी। इसमें विदेशी पावणों को राजस्थानी कला और संस्कृति से रूबरू करवाया जाएगा। भीतरी शहर के घुमावदार रास्तों से विदेशी मेहमान गुजरेंगे जहां वे दीवारों और गलियों में राजस्थानी की संस्कृति की झलक भी देखेंगे।


आज से एंप्लायमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक
एंप्लायमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक आज से 3 दिन तक जोधपुर में होगी। यह पहला मौका है जब इस तरह के बड़े इंटरनेशनल इवेंट की मेजबानी जोधपुर को मिली है। जी-20 में 29 देशों के 74 विदेशी डेलिगेशन के साथ 100 से ज्यादा अधिकारी हिस्सा लेने के लिए आए हैं। इसके अलावा कुछ इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन के मेंबर भी जी-20 बैठक में हिस्सा लेंगे। 

जोधपुर को मिली पहली बैठक 
जी-20 सम्मेलन देश के अलग-अलग शहरों में एक साल तक होगा। इसमें एंप्लॉयमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक चार अलग-अलग चरणों में होगी। जोधपुर को पहली ग्रुप मीटिंग मिली है। इसके बाद 3 से 5 अप्रैल तक इस ग्रुप की बैठक गुवाहाटी में, 1 और 2 जून को जेनेवा में और इसके बाद 19 और 30 जुलाई को इंदौर में होगी। इसी के साथ जी-20 देशों के लेबर और एंप्लॉयमेंट मिनिस्टर की बैठक भी 21 जुलाई को इंदौर में होगी। एंप्लॉयमेंट वर्किंग ग्रुप पूरे साल अलग-अलग बैठकों में तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर फोकस करेगा। इन पर प्रेजेंटेशन तैयार किए जाएंगे। जी-20 देशों के सामने जो चुनौतियां आ रही है उनके समाधान भी खोजे जाएंगे।